नई दिल्ली । बीते कुछ दिनों में देश के तीन बड़े बैंकों ने कुछ अहम फैसले लिए हैं. ये तीन बैंक- प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई, कोटक महिंद्रा और सरकारी में बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) हैं. इन फैसलों का करोड़ों ग्राहकों पर असर होगा. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
बैंक ऑफ बड़ौदा
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने नए ग्राहकों के लिए कर्ज पर रिस्क प्रीमियम में बढ़ोतरी कर दी है. आसान भाषा में समझें तो नए ग्राहकों को बैंक ऑफ बड़ौदा से कर्ज लेना महंगा पड़ेगा.
अच्छे क्रेडिट स्कोर पर ज्यादा लोन
इसके अलावा बैंक ने कर्ज देने की शर्तों में अच्छे क्रेडिट स्कोर को भी शामिल कर दिया है. मतलब ये कि जिसका जितना बेहतर क्रेडिट स्कोर होगा, उसे उतने कम ब्याज पर ज्यादा लोन मिलेगा. वहीं, कम क्रेडिट स्कोर पर लोन की ब्याज दर ज्यादा होगी.
आईसीआईसीआई बैंक
प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई बैंक ने किसानों को कर्ज देने के लिए एक अनोखी पहल की है. दरअसल, बैंक सैटेलाइट के जरिए ली गई किसानों के खेतों की तस्वीरों का आंकलन कर के बाद उन्हें लोन दे रहा है.
किसानों की आर्थिक स्थिति का सही अंदाजा लगेगा
बैंक के मुताबिक इससे किसानों की आर्थिक स्थिति का सही अंदाजा लगेगा और साथ ही लोन को मंजूरी देने में भी कम वक्त लगेगा. इस तकनीक से किसानों की लोन लिमिट बढ़ाने में मदद मिलेगी.
वरिष्ठ नागरिकों के लिए खास एफडी स्कीम
इसी तरह, हाल ही में आईसीआईसीआई होम फाइनेंस (आईसीआईसीआई एचएफसी) ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए खास एफडी स्कीम शुरू की है. इस एफडी स्कीम में ब्याज दरें सामान्य से ज्यादा मिल रही हैं.
कोटक महिंद्रा बैंक
कोटक महिंद्रा बैंक के एटीएम से पैसे निकालने के लिए भी डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं होगी. दरअसल, बैंक ने एसबीआई की तरह कार्डलेस नकदी निकालने की सुविधा शुरू की है. इस सुविधा के लिए ग्राहकों को कोटक नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग ऐप पर लॉग-इन करना होगा. यहां रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होगी. इसके बाद ही आप कोड जनरेट कर किसी भी एटीएम से कार्डलेस कैश विद्ड्रॉल कर सकेंगे.