- 94 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर मनाया गया परिवार नियोजन परामर्श दिवस
- लोगों को बताया कि छोटा परिवार है स्वास्थ्य व तरक्की का आधार
संतकबीरनगर, । विश्व जनसंख्या दिवस सोमवार को जिले के स्वास्थ्य केंद्रों और खासतौर पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर परिवार नियोजन परामर्श दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर जिला अस्पताल समेत सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य उप केन्द्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर परिवार को सीमित रखने और दो बच्चों के जन्म में पर्याप्त अंतर रखने के बारे में दम्पति को जागरूक किया गया। इसके अलावा जनजागरूकता रैली निकालकर समुदाय को छोटे परिवार के बड़े फायदे के बारे में सन्देश दिया गया। केन्द्रों पर स्टाल लगाकर लोगों को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जानकारी दी गयी और इन्हें अपनाने के बारे में प्रेरित किया गया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अनिरुद्ध सिंह के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान डिस्ट्रिक्ट कम्यूनिटी प्रोजेक्ट मैनेजर संजीव सिंह ने वर्चुअल संवाद के लिए प्रदेश द्वारा चयनित कांटडिहेस हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित आशा कार्यकर्ताओं व लाभार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विकास के उपलब्ध संसाधनों का समुचित वितरण और बढ़ती जनसँख्या दर के बीच संतुलन कायम करने के उद्देश्य से आज सबसे अधिक जरूरत जनसँख्या स्थिरीकरण की है। परिवार को सीमित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास बास्केट ऑफ़ च्वाइस का विकल्प मौजूद है, जिसमें स्थायी और अस्थायी साधनों को शामिल किया गया है। इन अस्थायी साधनों में से अपनी पसंद का साधन चुनकर शादी के दो साल बाद ही बच्चे के जन्म की योजना बना सकते हैं। दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर भी रख सकते हैं। दो बच्चों के जन्म में पर्याप्त अंतर रखना मां और बच्चे दोनों की बेहतर सेहत के लिए बहुत जरूरी है। जब परिवार पूरा हो जाए तो स्थायी साधन के रूप में नसबंदी का विकल्प चुन सकते हैं ।
डीपीएम विनीत श्रीवास्तव ने कहा कि समुदाय में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता लाने के लिए फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं के माध्यम से दो चरणों में परिवार नियोजन पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके पहले चरण में 27 जून से 10 जुलाई तक दम्पति सम्पर्क पखवाड़ा मनाया गया, जिसके तहत लक्षित दम्पति को चिन्हित कर परिवार नियोजन साधनों को अपनाने के प्रति प्रेरित किया गया।
अगला चरण जनसँख्या स्थिरता पखवाड़ा का आज से शुरू हो रहा है जो 30 जुलाई तक चलेगा । इसके तहत लक्षित दम्पति को सेवा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के बारे में किशोर-किशोरियों को भी जागरूक करने की जरूरत है ताकि भविष्य में वह सही समय पर सही कदम उठाने के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सकें।
इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सांथा, बेलहरकला व सेमरियांवा में विश्व जनसंख्या दिवस की रैली भी निकाली गयी। कार्यक्रम के दौरान हैसर ब्लाक के औराडाड़ हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर जिला लाजिस्टिक मैनेजर इम्तियाज अहमद, सीएचओ प्रियंका गुप्ता, बीपीएम अशोक कुमार, बीसीपीएम दीपक अवस्थी तथा हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर कांट डिहेस में सीएचओ आशुतोष के साथ बीपीएम राजेश पाण्डेय, बीसीपीएम नन्दिनी राय, आशा कार्यकर्ता किरनपरी, इन्द्रावती, सरोज, शोभा, अंजू, सुशील समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
मुख्यमन्त्री के वर्चुअल संवाद से जुड़े अधिकारीगण
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक विनीत श्रीवास्तव ने बताया की मुख्यमंत्री ने विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से संवाद किया गया। इसमें 94 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर जिले के अधिकारियों के साथ-साथ सभी एचडब्ल्यूसी के सीएचओ भी जुड़े रहे।
केन्द्र पर आए दम्पतियों को दिया उपहार
इस कार्यक्रम के दौरान खलीलाबाद ब्लाक के कोल्हुआ हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर में सीएचओ पुनीता ने आए हुए दम्पतियों को गिफ्ट हैम्पर भी प्रदान किए। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर गड़सरपार में सास, बहू – बेटा सम्मेलन का आयोजन किया गया।
लाभार्थियों ने ली परिवार नियोजन की सेवाएं
कांटडिहेस केन्द्र पर रायपुर छपिया की सरोज ने अन्तरा इंजेक्शन लगवाया। उन्होने कहा कि बच्चों में अन्तर रखने के लिए अन्तरा इंजेक्शन की सेवाएं वह आशा कार्यकर्ता की सलाह पर ले रही हैं। वहीं लाभार्थी पूजा, पूनम, रीमा प्रजापति ने अस्थायी गर्भनिरोधक छाया गोली अपनायी। पूजा ने कहा कि छाया गोली का कोई दुष्प्रभाव नहीं है। इसीलिए हम इसे लेते हैं।