उतर प्रदेशलखनऊ

कृषि नुकसान से बचने के लिए हर किसान कराए बीमाः कृषि मंत्री

लखनऊः जागरूकता के अभाव में किसानों द्वारा अपनी फसलों का बीमा नहीं कराया जाता जिस कारण आपदा के समय में उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है, इसलिए प्रत्येक किसान को चाहिए कि वह अपने नुकसान की क्षतिपूर्ति प्राप्त करने के लिए अपनी फसलों का बीमा अवश्य करवाएं। यह बात आज प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि निदेशालय में आयोजित राज्य स्तरीय फसल बीमा जागरूकता कार्यक्रम के दौरान उपस्थित किसानों से कही। उन्होंने फसल बीमा के अंतर्गत सर्वाधिक क्षतिपूर्ति प्राप्त करने वाले किसानों को भी सम्मानित किया।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि भारत सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर किसानों को फसल बीमा के प्रति जागरूक कराने के लिए 01 से 07 दिसम्बर, 2022 तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सप्ताह मनाया गया है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में भी किसानों को जागरूक करने का कार्यक्रम व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रदेश में पूरे दिसंबर माह चलेगा। श्री शाही ने कहा कि कृषक द्वारा खरीफ मौसम के लिए 31 जुलाई तथा रबी मौसम के लिए 31 दिसंबर तक अपनी फसलों का बीमा कराया जा सकता है।

Advertisement

उन्होंने कहा कि कृषकों द्वारा ग्रामपंचायत स्तर पर खरीफ में धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, उर्द, मूंग, अरहर, मूँगफली, सोयाबीन व तिल तथा रबी में गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, लाही-सरसों, अलसी व आलू का बीमा कराया जा सकता है। सभी फसलों हेतु कृषक द्वारा वहन किये जाने वाले प्रीमियम दर को खरीफ में बीमित राशि के 2 प्रतिशत, रबी में बीमित राशि के 15 प्रतिशत तथा खरीफ/रबी की वार्षिक नगदी फसल हेतु बीमित राशि के 5 प्रतिशत की अधिकतम दर तक सीमित रखा गया है। कृषक अंश के अतिरिक्त प्रीमियम की धनराशि को केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा बराबर-बराबर वहन किया जायेगा। परन्तु प्रीमियम दर सिंचित क्षेत्र के लिए 25 प्रतिशत तथा असिंचित क्षेत्र के लिए 30 प्रतिशत से अधिक निर्धारित होने की दशा में अन्तर की बढ़ी हुई सम्पूर्ण धनराशि को राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा।

श्री शाही ने कहा कि आपदा के समय कृषकों की आय को स्थिर रखने एवं कृषकों की आय दुगुनी करने की दिशा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक महत्वपूर्ण स्तम्भ है। यह कृषकों को किसी भी प्रकार की दैवीय आपदा के विरुद्ध उनकी अधिसूचित फसलों को बीमा कवर प्रदान करते हुए वित्तीय सहायता प्रदान करती है और उन्हें कृषि क्षेत्र में नवीन तकनीक, आधुनिक संसाधन एवं उन्नत किस्म के बीजों का उपयोग कर उत्पादन को बढ़ाये जाने हेतु प्रोत्साहित करती है। इस प्रकार बीमित कृषक न केवल अपनी आय में वृद्धि करता है बल्कि प्रदेश एवं देश की खाद्यान्न सुरक्षा में अपने योगदन की प्रमुखता को बनाये रखता है। इसलिए प्रदेश के सभी कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उठाना चाहिए।

Advertisement

इस दौरान कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना के अंतर्गत बीमा का सर्वाधिक लाभ उठाने वाले कृषकों को भी सम्मानित किया गया। रबी मौसम 2021-22 में सर्वाधिक क्षतिपूर्ति प्राप्त करने वाले किसानों में फर्रुखाबाद के किसान धर्मेंद्र विक्रम सिंह (3.48 लाख) सहित ललितपुर के नाथूराम, फर्रुखाबाद के राम प्रकाश सिंह, पीलीभीत के गुरमीत सिंह, बाराबंकी के लाल बहादुर तथा सतनलाल लखनऊ की किसान फूलमती को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि मंत्री द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में उद्यान मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी, कृषि निदेशक विवेक कुमार सहित कृषि विभाग के अनेक उच्च अधिकारी शामिल हुए।

Advertisement

Related posts

चुनाव लड़ने से डर गया हाथरस रेप पीड़िता का परिवार, कहा कहीं कोर्ट केस में कोई बाधा न पहुंचे, उससे भी बड़ा डर उन्हें अपनी सुरक्षा का है

Sayeed Pathan

विधानसभा चुनाव के लिए किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं:: मायावती

Sayeed Pathan

दिव्यांगजनो और पिछड़ा वर्ग के पात्र व्यक्तियों को मिले योजनाओं का लाभ:- मंत्री नरेंद्र कश्यप

Sayeed Pathan

एक टिप्पणी छोड़ दो

error: Content is protected !!