संतकबीरनगर । जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह के निर्देश के क्रम में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य पालक विकास अभिकरण विजय कुमार मिश्र ने बताया है कि मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (mmmsy) नामक एक नवीन योजना प्रारम्भ की गई है।
उनहोंने बताया कि इस योजनान्तर्गत दो परियोजनाएं संचालित की जाएंगी, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत प्रथम परियोजन के तहत जिसमें मनरेगा कनवर्जेन्स अथवा पट्टा धारक द्वारा स्वयं अथवा विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम रामा व अन्य पट्टे के तालाबों में मत्स्य उत्पादन हेतु प्रथम वर्ष निवेश यथा मत्स्य बीजं, मत्स्य पुकर आहार जलापूर्ति संशाधन दवाएं जाल आदि के कय पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा
एवं एक दूसरी परियोजना के तहत मनरेगा कन्वर्जेन्स अथवा पट्टा धारक द्वारा स्वयं अथवा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सभा व अन्य पट्टे के तालाबों में मत्स्य बीज बैंक की स्थापना स्पान, फाई, मत्स्य पूकर आहार जलापूर्ति संशाधन, डापा एवं जाल आदि के क्रय पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उक्त योजना में विभागीय वेबसाइट http://fisherics.up.gov.in पर आनलाइन आवेदन किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन दिनांक 07-02-2023 से प्रारम्भ होकर दिनांक 16-02-2023 तक किये जा सकेंगे। योजना में तालावों के ऐसे सभी पट्टा धारक आवेदन कर सकते है जिसके पट्टे की अवधि में न्यून्तम 4 वर्ष अवशेष हो। योजना हेतु आवेदक को इकाई लागत रू0 4.00 लाख प्रति हे0 पर 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। एक आवेदन को योजनान्तर्गत अधिकतम 2.0 हे0 जलक्षेत्र तक लाभ अनुमन्य है। योजनान्तर्गत परियोजनाओं का विवरण इकाई लागत आवेदन करने की प्रक्रिया, आवेदन के साथ संलग्न किये जाने वाले अभिलेख व विस्तृत विवरण विभागीय वेबसाइट http://fisherics.up.gov.in पर देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि योजना के सम्बन्ध में मत्स्य विभाग के जनपदीय व मण्डलीय कार्यालय से भी किसी कार्य दिवस में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है