लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पर्यटकों के आकर्षित करने के लिये पारिस्थितिकीय पर्यटन के अन्तर्गत आने वाले पर्यटन स्थलों/क्षेत्रों का विकास करने के लिये उ0प्र0 ईको-टूरिज्म विकास बोर्ड का गठन किया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में ईको-टूरिज्म के विकास के लिये 25 करोड़ रूपये का प्राविधान किया गया था। जिसके सापेक्ष 04 करोड़ रूपये की स्वीकृतियां जारी की गयी है।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज यहां देते हुये बताया कि उ0प्र0 ईको-टूरिज्म विकास बोर्ड के व्यवस्थित संचालन एवं स्थापना संबंधी कार्य के लिये वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2.50 करोड़ रूपये की धनराशि आवंटित की गयी है।
जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में ईको-पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये कई मनोरम एवं रमणिक प्राकृतिक स्थल है। इसके अलावा कई अभ्यारण्य, झीले तथा पक्षी विहार भी मौजूद है। जनपद खीरी लखीमपुर में कतरनिया घाट के अलावा नेशनल पार्क को ईको-टूरिज्म का हब बनाने के लिये नये सिरे से सजाया जा रहा है। ईको-टूरिज्म बोर्ड को व्यवस्थित करने के लिये कई विभागों को जिम्मेदारी दी गयी है। जिसमें वन विभाग प्रमुख है।
ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये, बजट में 2.50 करोड़ रूपये की धनराशि आवंटित:-पर्यटन मंत्री
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