लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने विश्व जिल दिवस के अवसर पर स्थानीय निकाय निदेशालय में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इससे पूर्व उन्होंने नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र व स्थानीय निकाय निदेशालय में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि जल के बिना जीवन नहीं है। जल हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी है। प्रधानमंत्री ने देश को 2047 तक विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है। इसके लिए देश प्रदेश में तमाम सारे प्रयास हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने देश को पहली बार संबोधित करते हुए 15 अगस्त, 2014 को ‘स्वच्छ भारत’ का संकल्प लिया था। स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की। इसकी सफलता को देखते हुए अक्टूबर 2021 में स्वच्छ भारत मिशन 2.0 की शुरुआत की गई। उन्होंने शहरों को स्वच्छ बनाने के लिए सीवरेज सिस्टम को सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ प्रयुक्त जल को ट्रीटमेंट करते हुए शुद्ध जल में परिवर्तित करने पर जोर दिया और कहा कि शुद्ध जल उत्तम स्वास्थ्य का आधार है। हमें जल सरंक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करना होगा।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने सात दिवसीय 75000 अभियान की शुरूआत की, इस अभियान के तहत 75 हजार शौचालयों का कायाकल्य किया जायेगा। इसके अलावा मंच से पुस्तक का विमोचन किया।
सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट (सीएसई) की डायरेक्टर जनरल सुनीता नारायन ने कहा कि प्राचीन भारत में पानी के सदुपयोग के प्रमाण देखे जा सकते हैं। हमें नदियों को बचाना है तो नदियों तक पहुंचने वाले हर नाले के जल को शुद्ध करना होगा। वर्तमान में हम नदियों से स्वच्छ पानी लेते हैं, लेकिन नदियों को वापस गंदा पानी देते हैं, हमें इसमें बदलाव करना होगा। हमें घरों से निकलने वाले पानी को ट्रीटमेंट के माध्यम से शुद्ध जल में परिवर्तित करना होगा।
कार्यशाला में प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने सेप्टिक प्रबंधन पर प्रकाश डाला।
निदेशक नगरीय निकाय नेहा शर्मा ने शौचालयों के कायाकल्प के लिए शुरू किए गए सात दिवसीय अभियान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश के 75 हजार शौचालयों का कायाकल्प किया जाएगा, इस दौरान प्रदेश के नगरीय निकायों में शौचालयों की सफाई वृहद स्तर पर की जाएगी।
राज्य मिशन सचिव, रंजन कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि हम सबको एक परिवर्तन लाना होगा और पानी के सुचारू रूप से प्रयोग और प्रबंधन करना होगा।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, सचिव नगर विकास रंजन कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।