संत कबीर नगर । जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपनी महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी एवं ग्रामीणों की समस्याओं को गांव में ही समाधान के लिए ग्राम चौपाल का आयोजन करवा रही है वहीं जिम्मेदार ग्राम चौपाल के आयोजन को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं ।
मामला यूपी के संत कबीर नगर जनपद के क्षेत्र पंचायत सिमरियावां अंतर्गत ग्राम सभा तिनहरी माफी का है जहां 31 मार्च 2023 दिन शुक्रवार को गांव की समस्या गांव में समाधान कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम चौपाल का आयोजन किया जाना था,लेकिन जब मीडिया टीम गांव में पहुँची तो ग्राम चौपाल के आयोजन की कोई जानकारी नहीं मिल पाई,
हालांकि इससे पहले ग्राम प्रधान से मोबाइल फोन से वार्ता हुई थी तो ग्राम प्रधान ने बताया था कि चौपाल का आयोजन 2 बजे के बाद किया जाएगा । लेकिन ग्रामीणों ने बताया कि यहां चौपाल का आयोजन नहीं किया गया
इस बाबत जब क्षेत्र पंचायत सिमरियावां के बीडियो, एडीओ पंचायत तथा अन्य जिम्मेदारों से मोबाइल फोन के द्वारा जानकारी लेनी चाही तो किसी ने भी मोबाइल फोन रिसीव नहीं किया।
कुछ ग्रामीणों ने बताया है कि ग्राम चौपाल का आयोजन कैसे और कहां हुआ इसकी कोई जानकारी हमें नहीं है, गांव के एक निवासी ने बताया कि ग्राम चौपाल का आयोजन होना था लेकिन पता नहीं कब हुआ,हुआ या नहीं ।
इसी संबंध में ग्राम चौपाल में डियूटी पर लगाए गए एक व्यक्ति जो कृषि विभाग से संबंधित था बताया कि 2:00 हमें यहां आने का समय दिया गया था, मैं अपने निर्धारित समय से यहां पहुंचने के बाद भी देखा कि कोई भी चौपाल से संबंधित जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी मौजूद नहीं है और न ही यहां पर कोई ग्रामवासी मौजूद है इससे ऐसा लगता है कि ग्राम चौपाल का आयोजन नहीं किया गया
अब सवाल उठता है कि सरकार की योजनाओं को क्रियान्वित करने और गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए, साथ ही गांव की समस्या को गांव में ही समाधान करने के लिए जब जिम्मेदार ही अपनी जिम्मेदारी को नहीं निभा रहे हैं, तो प्रदेश सरकार की मनसा कैसे पूरी हो सकती है इसे अगर समझा जाए की जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी, ही योगी सरकार की महत्वकांक्षी योजना ग्राम चौपाल के संचालन को पलीता लगा रहे हैं तो गलत नहीं होगा ।
लेकिन सच्चाई क्या है,आखिर ग्राम वासियों को चौपाल की जानकारी क्यों नहीं, जबकि सरकार का सख्त आदेश है कि संबंधित गांव में ग्राम चौपाल की सूचना दुग्गी मुनादी से सभी ग्राम ग्राम वासियों को समय से दी जाए । जिसकी जांच होने पर ही पता चल पाएगा ।