नई दिल्ली: आज देशभर में योग दिवस मनाया जा रहा है और इस अवसर पर मिशन सन्देश के संपादक, सईद पठान ने देशवासियों को नौंवे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने योग के महत्व को गर्व से स्वीकारते हुए कहा कि योग हमारे शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को सुनिश्चित करने में मददगार होता है।
सईद पठान ने योग के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा, “योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है और इसका मतलब यह है कि हम योग के महत्व को समझने और इसे अपनी दैनिक जीवनशैली में शामिल करने के लिए एक विशेष दिन के रूप में मान्यता देते हैं। योग हमें न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है, बल्कि मानसिक तनाव को कम करने, मन को शांत करने और सकारात्मकता को बढ़ाने में भी मदद करता है। योग अभ्यास हमें शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करता है और स्वस्थ और समृद्ध जीवन की ओर ले जाता है।”
सईद पठान ने इस महत्वपूर्ण दिन को मनाने के लिए सभी देशवासियों से योग के अभ्यास में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा, “योग दिवस को शांति, समरसता और पूर्णता का एक संकेत मानने के लिए हमें इसे सभी सामाजिक वर्गों और आयु समूहों में प्रमोट करना चाहिए। योग के आधार पर हम स्वस्थ और ध्यानयुक्त रहेंगे और इससे हमारा समाज और देश भी प्रगति करेगा।”
उन्होंने योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “इंटरनेशनल योग दिवस” कार्यक्रम की भी बधाई दी और उनके नेतृत्व में योग के महत्व को विश्वस्तर पर प्रचारित करने के लिए उनकी प्रशंसा की।
योग दिवस देशभर में विभिन्न गतिविधियों के साथ मनाया जाता है, जिनमें योग अभ्यास, मेडिटेशन, प्राणायाम और योग शिविर शामिल होते हैं। यह दिन लोगों को योग के लाभों के बारे में जागरूक करने, तनाव को कम करने के तरीकों को सीखने और स्वस्थ जीवनशैली के लिए उपयोगी योगिक तकनीकों का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करता है। इसके साथ ही, योग दिवस को स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं पर जागरूकता फैलाने का माध्यम भी बनाया जाता है।
योग दिवस के माध्यम से मिशन सन्देश के संपादक सईद पठान ने देशवासियों को स्वस्थ और सकारात्मक जीवनशैली की ओर प्रेरित किया है। उन्होंने योग को एक साधना के रूप में बताया है जो हमें दिमाग, शरीर और आत्मा को एक साथ मिलाकर व्यावसायिक जीवन में समर्पित करने की क्षमता प्रदान करती है।
योग दिवस के अवसर पर हम सभी को योग के महत्व को समझने, अपने दिनचर्या में योग को शामिल करने और अपने जीवन को स्वस्थ और स्थिर बनाने के लिए इसे अपनाने की प्रेरणा मिली है। हमें योग को न सिर्फ एक विशेष दिन के रूप में मान्यता देनी चाहिए, बल्कि हमेशा योग को अपनी जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाए रखना चाहिए।