मुजफ्फरनगर। जम्मू के अमरनाथ यात्री निवास शिविर में फर्जी रजिस्ट्रेशन की वजह से रुके गाजियाबाद-मुजफ्फरनगर जिले के 200 श्रद्धालुओं को आखिरकार तीन दिन बाद राहत मिली है। भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर के हस्तक्षेप के बाद इन सभी श्रद्धालुओं को यात्रा कार्ड प्रदान कर दिए गए हैं। आज सुबह से इन श्रद्धालुओं की यात्रा प्रारंभ हो गई है।
अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू से पहला जत्था 30 जून को रवाना हुआ। दूसरा जत्था एक जुलाई को गया। इस बीच 300 यात्री जम्मू में फंसे रह गए। इसमें करीब 200 श्रद्धालु गाजियाबाद जिले के रहने वाले थे। कुछ श्रद्धालु मुजफ्फरनगर समेत यूपी व दिल्ली के अन्य इलाकों के थे। इन श्रद्धालुओं का कहना था कि कुछ टूर ऑपरेटर्स ने अमरनाथ यात्रा के ऑनलाइन पैकेज के नाम पर प्रत्येक से 7-7 हजार रुपए लिए। जब जम्मू में इन अमरनाथ यात्रियों के दस्तावेजों की जांच की गई, तो वे फर्जी पाए गए।
पता चला कि टूर ऑपरेटर्स ने रुपए लेकर फर्जी दस्तावेज थमा दिए थे। दरअसल, ये सभी श्रद्धालु कार्ड लेने के लिए पंजीकरण केंद्रों में पहुंचे थे, लेकिन श्राइन बोर्ड के पोर्टल पर इनका कोई डेटा नहीं मिला, जिसके बाद जम्मू के सांबा पुलिस स्टेशन ने अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। इस मामले में मुजफ्फरनगर से संचालित होने वाली विकास बस सेवा के एजेंट राहुल भारद्वाज का नाम भी सामने आया, जिसने प्रत्येक श्रद्धालु से 7 हजार रुपए लेकर अमरनाथ यात्रा का फर्जी परमिट थमा दिया था।