संतकबीरनगर । मंगलवार को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सैनिक और राजनेता, सरदार वल्लभ भाई पटेल की 147वीं जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई । इस अवसर पर मौलाना आज़ाद इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों और अध्यापकों अहित जिले के तमाम विद्यालयों में विशेष आयोजन किया गया, जिसमे स्थानीय शासकीय अधिकारी, जनसमुदाय के वरिष्ठ सदस्य और विद्यालयों के छात्र एक साथ आए और सरदार पटेल के महत्वपूर्ण योगदान को याद किया।
इस अवसर पर जिले के मुख्यालय सहित विद्यालयों, संस्थाओं, कार्यालयों में सार्वजनिक सभा आयोजित की गई, जिसमें सरदार पटेल के जीवन और कार्य को गौरवान्वित किया गया। सरकारी विद्यालयों और स्थानीय संगठनों ने इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसमें छात्रों को सरदार पटेल के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में शिक्षा दी गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर एवं मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार द्वारा मौलाना इण्टर कॉलेज से छात्र/छात्राओं की एकता दौड़ रैली को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया जो मा0 कांशीराम स्टेडियम में पहुॅचकर एकता दौड़ में प्रतिभाग करेगी। इसमें मौलाना इण्टर कॉलेज, जी0जी0आई0सी0 एवं एच0आर0आई0सी के छात्र/छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक संदीप चौधरी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह, प्रधानाचार्य हीरालाल इण्टर कॉलेज, प्रधानाचार्या जी0जी0आई0सी0 सबीहा मुम्ताज, प्रधानाचार्य मौलाना इण्टर कॉलेज सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में जनपद के विभिन्न विभागों/कार्यालयों में लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयन्ती का आयोजन करते हुए राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता की शपथ ली गयी।
सरदार पटेल को “एकता के राष्ट्रीय निर्माणकर्ता” के रूप में जाने जाते हैं और उनकी जयंती का आयोजन स्थानीय समुदाय के लिए प्रेरणास्पद और शिक्षाप्रद हुआ। सरदार वल्लभ भाई पटेल, जिन्हें “लौह पुरुष” भी कहा जाता है, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे। उन्होंने भारतीय समृद्धि और स्वतंत्रता के लिए अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने भारतीय स्थिति की साख की और सौ से भी अधिक रियासतों को एक साथ जोड़कर ‘भारतीय संघ’ की स्थापना की, जिससे भारतीय संघ के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनकी जयंती के इस मौके पर, लोगों ने उनके योगदान को याद किया और उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया। यह अवसर एक सामाजिक समरसता की ओर कदम बढ़ाने और एक एकता भावना को प्रोत्साहित करने का भी मौका है।
सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों, शिक्षा विभागों, और स्थानीय संगठनों ने उपयोगकर्ताओं को समृद्धि, एकता, और स्वतंत्रता के महत्व के बारे में जागरूक किया और सरदार पटेल के योगदान को महत्वपूर्ण साझेदारी की ओर बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
इस उपलक्ष्य में, संतकबीरनगर में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में सरदार पटेल की जयंती का आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो लोगों को उनके महत्वपूर्ण योगदान के प्रति समर्पित करता है और सामाजिक सद्भावना और सामाजिक एकता को प्रोत्साहित करता है।