संतकबीनगर। विकसित भारत संकल्प यात्रा का रूप बदलता जा रहा है,शुरुआती समय में अधिकारी,कर्मचारी,ग्रामीण और ग्राम प्रधानो ने इसमें रुचि दिखाई थी,लेकिन जैसे जैसे समय बीत रहा है वैसे वैसे इसमें लोगों की रुचि खत्म होती जा रही है,कारण क्या है ये सभी जानते है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में विकसित भारत संकल्प यात्रा ग्रामीण क्षेत्र में तो अपने समय से पहुँच रही है,साथ कुछ विभागों के जिम्मेदार भी पहुँच रहे हैं, लेकिन कुछ गांव को छोड़ लगभग सभी गांवों में मोदी जी के संकल्प संदेश सुनने वालों की संख्या खत्म होती जा रही है, ऐसी ही जानकारी सेमरियावां ब्लॉक के ग्राम पंचायत पिड़वा से मिली है,जहाँ मंगलवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा अपने समय से तो पहुँची थी,लेकिन यहां ग्रामीणों की उपस्थिति बहुत ही कम नजर आई,यहां कुछ विभाग के जिम्मेदार भी नदारद थे। जानकारी मिली है कि ग्रामीणों की कम उपस्थिति का कारण ग्राम प्रधान द्वारा गांव में पहले से इसकी जानकारी न देना है,कार्यक्रम में उपस्थित एक भाजपा नेता की माने तो संकल्प यात्रा में भीड़ न होने का जिम्मेदार ग्राम प्रधान हैं,
इस बारे में ग्राम प्रधान से जानकारी चाही लेकिन ग्राम प्रधान की उपस्थिति कार्यक्रम में उपस्थित नहीं थे, फोन से वार्ता हुई तो ग्राम प्रधान ने हमसे ही सवाल करते हुए पूछा कि कार्यक्रम में कोई कमी है क्या, जरा सोचिए जब गांव का प्रथम नागरिक ही अपनी जिम्मेदारी नहीं समझेगा तो गांव को विकास की श्रेणी में लाने वाला मोदी जी का संकल्प कैसे पूरा होगा।
अब जरा सोचिए जिस कार्यक्रम के लिए सरकार करोड़ो रुपये खर्च करके विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करने के लिए गांव गांव संकल्प यात्रा एलईडी वैन जा रही है,लेकिन ग्राम प्रधानों की वजह से ये कार्यक्रम फ्लॉप होता दिखाई दे रहा है। ऐसे में भारत को विकसित करने वाला मोदी जी का संकल्प कैसे पूरा होगा,पूरा होगा या नहीं ये तो भविष्य ही बताएगा ।
इस मौके पर विकास कुमार यादव कृषि विभाग के टीए / बी०टी०एम०/एटीएम, मुसीर अहमद प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर, कुणाल सिंह पंचायत सचिव, नीलम देवी आंगनबाड़ी कार्यकत्री, माया देवी आशा बहू, हरिमूरत चौधरी रोजगार सेवक, वीना चौधरी पंचायत सहायक, रीता देवी समूह सखी (एन०आर०एल०एम०), उपस्थित रहे ।