संत कबीर नगर । जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रवीण कुमार मिश्र ने बताया है कि जनपद के 21 शिक्षण संस्थाओं क्रमशः बेगम हाजी बी. एच. जी. आई. कॉलेज ककरहिया ब्लॉक बेलहरकला, सी. एस.एस.जी.हाई स्कूल बभनौली वि0खण्ड-हैसर बाजार, इत्तेहाद गर्ल्स इंटर कॉलेज धर्मसिंघवा गौरीराय, वि0खण्ड-सांधा, के. ए. पी. आई. सी. हरिहरपुर टाउन हरिहरपुर (एन.पी.), आर.पी. यादव मॉडर्न इंटर कॉलेज महुली ब्लॉक नाथ नगर, शिव शंकर बालिका इंटर कॉलेज रानीपुर एसके नगर ब्लॉक-हैसर बाजार, स्वामी विवेकानद इंटर कॉलेज मुशहरा ब्लॉक सांथा, ए. बी. आर. एल. बी. टी. सी. ट्रेनिंग कॉलेज गिठनी, ए.बी.आर.एल. डिग्री कॉलेज गिठनी, बाबा पर्वत नाथ बीटीसी ट्रेनिंग कॉलेज पर्वता विश्वनाथपुर, ब्लूमिंग बड्स डिगरी कॉलेज महिला बीटीसी कॉलेज खलीलाबाद, जय गुरु देव राम सुमिरन राम कृपाल महाविद्यालय कालेन्द हरदो, पी. डी. अम्बिका प्रताप नारायण बीटीसी ट्रेनिंग कॉलेज खलीलाबाद, संत राम कृष्ण डिग्री कालेज बसहिया, संतकबीर ए. आर. डिग्री कॉलेज मगहर, शंभुनाथ मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज, श्रीमती सविता चतुर्वेदी महिला कॉलेज ऑफ एजुकेशन भिटहा विश्वनाथपुर, श्री राम नरेश चौधरी प्रशिक्षण संस्थान रमवापुर सरकारी, सृजन विशेष शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान, श्रीमती शावित्री देवी महिला महाविद्यालय तिघरा, सूर्या कॉलेज ऑफ फार्मेसी मीरगंज खलीलाबाद, संत कबीर नगर के प्रबन्धक/प्रधानाचार्यों को सूचित किया जाता है कि आपके संस्था में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं द्वारा राज्य पोषित छात्रवृत्ति पूर्वदशम (कक्षा 09-10) एवं दशमोत्तर छात्रवृत्ति/शुल्कप्रतिपूर्ति योजनान्तर्गत आवेदन किया गया है, परन्तु आपकी संस्था NSP पोर्टल पर पंजीकृत न होने के कारण छात्र/छात्राओं का आवेदन संदेहास्पद श्रेणी में प्रदर्शित हो रहा है तथा राज्य पोषित छात्रवृत्ति पूर्वदशम (कक्षा 09-10) योजनान्तर्गत छात्र/छात्राओं के आवेदन-पत्रों को जनपद स्तर से अग्रसारित किये जाने हेतु अन्तिम तिथि 04.03.2024 निर्धारित है, जिसमें मात्र 04 दिन ही अवशेष है।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने उक्त के दृष्टिगत समस्त संबंधित प्रबंधकों/प्रधानाचार्यों को सूचित करते हुए निर्देशित किया है कि कार्यालय-जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, विकास भवन, संत कबीर नगर में तत्काल उपस्थित होकर NSP पोर्टल पर संस्था पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें। अन्यथा की दशा में यदि कोई छात्र/छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित रहते हैं, तो सम्पूर्ण उत्तरदायित्व सम्बन्धित संस्था का होगा।