संतकबीरनगर ब्यूरो : ख़लीलाबाद के कांशीराम आवास योजना के अंतर्गत बने मकानों में सैकड़ों अवैध बिजली कनेक्शन का मामला सामने आया है। इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दिया जाय तो कई विभागीय कर्मचारियों की काली करतूत उजागर हो सकती है।
बताया जा रहा है कि विद्युत विभाग के कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों ने रिश्वत लेकर अवैध बिजली कनेक्शन प्रदान किए हैं। इन अवैध कनेक्शनों के चलते सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है और सही तरीके से बिल भरने वाले उपभोक्ताओं पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हमने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह स्पष्ट है कि विद्युत विभाग के कुछ कर्मचारी इस गोरखधंधे में शामिल हैं। अगर निष्पक्ष जांच हो तो कई लोगों की काली करतूतें सामने आ सकती हैं।”
एज सामाजिक कार्यकर्ता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “यह एक गंभीर मामला है और इसमें उच्च स्तर पर जांच की आवश्यकता है। अवैध कनेक्शनों के कारण बिजली की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है और नियमित उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।”
वर्तमान में कई मकानों में बिना आधिकारिक अनुमति और मीटर के बिजली का उपयोग हो रहा है। यह भी पता चला है कि इन अवैध कनेक्शनों के पीछे विद्युत विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत है। रिश्वत के बदले में ये कर्मचारी अवैध रूप से कनेक्शन प्रदान कर रहे हैं।
विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने इस मामले में ये कहते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है, कि कुछ गरीबो को ऐसे कनेक्शन दिए जाने की सूचना है, उन्होंने यह भी कहा, “हम किसी भी प्रकार की अनियमितता और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। जो भी कर्मचारी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
अब देखना है कि क्या अधिकारी अवैध बिजली कनेक्शन की निष्पक्ष जांच करके भ्रष्टाचार में शामिल कर्मचारियों के ऊपर शक्त कार्यवाही करते हैं, या फिर विभाग की इज्जत बचाने के लिए विभागीय कर्मचारियों को बचाने का काम करेंगे, आवास के निवासियों में भारी आक्रोश है। वे चाहते हैं कि इस मामले में निष्पक्ष और त्वरित जांच हो और दोषियों को सजा मिले। और यह देखना बाकी है कि जांच में क्या सामने आता है।