Report – Monika Kashyap
लखनऊ। इकाना स्टेडियम में गुरुवार को मोरल ग्रुप द्वारा आयोजित 18वें मोरल महाकुंभ की शुरुआत दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुई। देशभर से आए मोरल प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों की उपस्थिति में यह आयोजन न केवल भव्यता का प्रतीक था, बल्कि नैतिक मूल्यों और नए भारत के निर्माण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम भी।
दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ
मोरल ग्रुप के अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथियों और देशभर के मोरल विजेताओं ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान राष्ट्रगान की गूंज ने पूरे स्टेडियम में देशभक्ति का माहौल बना दिया। समारोह में हजारों की संख्या में प्रतिभागी उपस्थित थे, जिन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण को साक्षी बनाया।
“मोरल जगाना है, भारत बनाना है” का उद्घोष
कार्यक्रम की शुरुआत से लेकर अंत तक “मोरल जगाना है, भारत बनाना है” का नारा गूंजता रहा। इस प्रेरक उद्घोष ने उपस्थित दर्शकों में उत्साह और नई ऊर्जा का संचार किया।
वीर वीरांगनाओं का सम्मान
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उन वीर वीरांगनाओं का सम्मान था, जिन्होंने अपने साहस और सेवा से समाज में अद्वितीय योगदान दिया। इन्हें एक टन चांदी के प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस सम्मान ने पूरे आयोजन को एक अद्वितीय गरिमा प्रदान की।
देशभर से आए मोरल विजेता
18वें महाकुंभ में देश के विभिन्न राज्यों से आए मोरल विजेताओं का भव्य स्वागत किया गया। इन विजेताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में नैतिकता और उत्कृष्टता के उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। कार्यक्रम में उनके अनुभव साझा किए गए, जो युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बने।
प्रेरक सत्र: सफलता के सूत्र
इस महाकुंभ में विश्व प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर्स ने भाग लिया और सफलता के मंत्र साझा किए। उन्होंने जीवन में नैतिकता, सकारात्मक सोच और आत्मनिर्भरता को अपनाने पर जोर दिया। सत्र में हजारों प्रतिभागियों ने भाग लिया और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हुए।
मोरल ग्रुप के अध्यक्ष का संदेश
मोरल ग्रुप के अध्यक्ष ने कहा, “यह महाकुंभ केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि नैतिक मूल्यों और एक सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में एक कदम है। दीप प्रज्वलन केवल प्रकाश का प्रतीक नहीं, बल्कि यह हमारे विचारों और समाज में सकारात्मकता फैलाने का संदेश है।”
संस्कृति और एकता का संगम
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भी सभी का मन मोह लिया। देश की विविधता को दर्शाने वाले नृत्य और गीतों ने इस आयोजन को और भी भव्य बना दिया।
महाकुंभ का उद्देश्य
मोरल ग्रुप का यह आयोजन समाज में नैतिक मूल्यों को पुनर्जीवित करने और एकजुटता के माध्यम से नए भारत का निर्माण करने की दिशा में समर्पित है।
लखनऊ बना प्रेरणा का केंद्र
इकाना स्टेडियम में आयोजित यह महाकुंभ लखनऊ और पूरे देश के लिए प्रेरणा का केंद्र बन गया। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि नैतिकता, सकारात्मकता और एकजुटता से देश को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है।