रिपोर्ट- सईद पठान
नई दिल्ली । जैसे-जैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी चुनावी रणनीति तेज कर दी है। भाजपा ने राजधानी में “दिल्ली बेहाल” अभियान के तहत हजारों पोस्टर लगवाए हैं, जिनमें पिछले दस वर्षों से दिल्ली की बदहाली पर सवाल उठाए गए हैं। इन पोस्टरों के जरिए भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर सीधा निशाना साधा है।
पोस्टरों में क्या है खास?
भाजपा के पोस्टरों में लिखा गया है, “दस साल से दिल्ली बेहाल”। इन पोस्टरों में प्रदूषण, जलभराव, ट्रैफिक जाम, भ्रष्टाचार, और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों को उजागर किया गया है। साथ ही यह दावा किया गया है कि दिल्ली की जनता आप सरकार की वादाखिलाफी और कुप्रशासन से त्रस्त है।
दिल्ली विधानसभा चुनावों के करीब आते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने प्रचार अभियान को धार देते हुए राजधानी की दीवारों पर हजारों पोस्टर लगवाए हैं। इन पोस्टरों में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को ‘महा ठग’ करार देते हुए दिल्ली के विकास में कथित विफलताओं को प्रमुखता से दिखाया गया है।
भाजपा के आरोप
भाजपा नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2015 में सत्ता में आने के बाद दिल्ली के विकास का वादा किया था, लेकिन राजधानी की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती गई। भाजपा ने आरोप लगाया है कि:
- प्रदूषण: दिल्ली में वायु और जल प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ रही है। यमुना नदी का पानी जहरीला हो चुका है।
- जनता को बुनियादी सुविधाओं की कमी: पानी, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधारों के वादे अधूरे रह गए।
- ट्रांसपोर्ट और ट्रैफिक जाम: सार्वजनिक परिवहन की स्थिति दयनीय है और सड़कों पर ट्रैफिक जाम आम हो गया है।
- महिला सुरक्षा: दिल्ली महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं बन पाई है, और अपराध दर में बढ़ोतरी हुई है।
आम आदमी पार्टी का पलटवार
इन आरोपों पर आप सरकार ने भी जोरदार जवाब दिया है। आप के प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के पास दिल्ली में विकास के नाम पर दिखाने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वह नकारात्मक प्रचार का सहारा ले रही है।
- आप ने दावा किया कि उनकी सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक काम किए हैं।
- मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी स्कूलों के सुधार को लेकर उनकी उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं।
- मुफ्त बिजली-पानी की योजनाओं को जनता ने सराहा है।
वोटरों का क्या कहना है?
दिल्ली के मतदाताओं में इन पोस्टरों को लेकर अलग-अलग राय है। कुछ लोगों का मानना है कि दिल्ली में प्रदूषण, ट्रैफिक, और जलभराव जैसे मुद्दे सच में बड़ी समस्या हैं। वहीं, कुछ लोग आप सरकार के कार्यों की प्रशंसा करते हैं और इसे भाजपा का राजनीतिक स्टंट मानते हैं।
चुनाव पर क्या होगा असर?
विश्लेषकों का कहना है कि “दिल्ली बेहाल” जैसे पोस्टर भाजपा की एक बड़ी चुनावी रणनीति का हिस्सा हैं। भाजपा दिल्ली के स्थानीय मुद्दों पर फोकस कर आप सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। वहीं, आप सरकार अपने कामकाज को जनता के सामने रखकर भाजपा के हमलों का जवाब दे रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। “दिल्ली बेहाल” जैसे अभियानों से यह तो साफ है कि भाजपा आप सरकार को कटघरे में खड़ा करना चाहती है, लेकिन जनता का फैसला किसके पक्ष में जाएगा, यह तो आने वाले चुनाव नतीजे ही बताएंगे।