रिपोर्ट आर एन तिवारी
गोवंश संरक्षण लापरवाही मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को महराजगंज के जिलाधिकारी, दो एसडीएम तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारी को निलंबित किया गया है। सीएम योगी ने सभी अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने के भी आदेश दिए हैं।
जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें, जिलाधिकारी महराजगंज अमरनाथ उपाध्याय, पूर्व एसडीएम देवेंद्र कुमार, एसडीएम सत्या मिश्रा तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी राजीव उपाध्याय व पशु चिकित्सा अधिकारी वीके मौर्य शामिल हैं।
ये है मामला
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि महराजगंज जिले के मधुबलिया गो सदन में गोवंश के रखरखाव में अनियमितता के चलते जिलाधिकारी समेत पांच अधिकारी निलम्बित किये गए है। जांच में पता चला कि अभिलेखों के अनुसार यहां पर 2500 गो वंश होना चाहिये था। वहां पर स्थलीय निरीक्षण में मात्र 900 गो वंश पाए गए। यह काफी गम्भीर अनियमितता व शिथिलता है।
अपर आयुक्त गोरखपुर की जांच समिति ने पाया कि किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इसकी वजह स्पष्ट नहीं की। इससे यह लगता है कि संख्या जानबूझकर अधिक बताई गई। संख्या कम होने के बावजूद यहां पर चारा या अन्य व्यय में कोई कमी नहीं थी। यहां पर अभिलेख भी सही नहीं पाया गया। पशुपालन विभाग का यहां 500 एकड़ जमीन का कब्जा था जबकि समिति ने गैर कानूनी ढंग से 380 एकड़ जमीन निजी व्यक्ति को लीज पर दे दी। इसकी ना किसी से अनुमति ली गई ना ही कोई विधिक प्रक्रिया अपनाई गई। यह भी एक गंभीर वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है। इसके कारण अधिकारियों को निलम्बित किया गया है।
डॉ. उज्जवल कुमार अब महराजगंज के डीएम
फिलहाल सरकार ने इस मामले में महराजगंज के जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है। नगर आयुक्त प्रयागराज के पद पर काम कर रहे डॉ. उज्जवल को जिलाधिकारी महराजगंज के पद पर तैनाती मिली है। इसके अलावा, रवि रंजन को नगर आयुक्त, नगर निगम, प्रयागराज के पद पर नियुक्त किया गया है। वह अभी तक लखीमपुर खीरी के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत थे।