अनिल शुक्ला की रिपोर्ट
बस्ती ।
युपी में रामराज्य स्थापित करने राष्ट्रवाद को मजबूत करने के साथ साथ शिक्षा चिकित्सा रोजगार की स्थिति सुदृढ करने के नाम पर भले योगी सरकार ने प्रचण्ड बहुमत प्राप्त करते हुए उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की बात कही किन्तु दो वर्षों से अधिक कार्याकाल बीत जाने के बाद अपने किसी भी वादे पर सरकार सफल नहीं दिख रही है शिक्षा, चिकित्सा,रोजगार, की स्थिति बदहाल है सडकें गौशालाएं अपनी दुर्दशा की कहानी खुद बयां कर रहीं हैं विकास किस चिडिया का नाम है युपी के लोग भूलते जा रहे है फलतः युपी में रामराज्य की जगह जंगल राज्य स्थापित हो चुका है सरका भ्रष्टाचार को रोकने व कानून व्यवस्था को सम्हालनें में विफल है आये दिन हत्या व बलात्कार की घटना आम बात हो चुकी है योगी की पुलिस बेलगाम हो चुकी है हर घटना के बाद स्थिति से कडाई से निपटने की बात की जाती है पर घटनायें रूकने का नाम नहीं ले रही हैं जिसमें विवेक तिवारी, प्रशांत यादव,कबीर तिवारी व कल एकबार पुनः सूबे की राजधानी में हुई कमलेश तिवारी की हत्या ने यह सिद्ध कर दिया है कि सूबें में योगी सरकार हर मोर्चे पर विफल है उत्तर प्रदेश धीरे धीरे हत्या प्रदेश में परिवर्तित हो रहा है ऐसे में सूबे की स्थिति को नियंत्रित करने हेतु सत्ता परिवर्तन आवश्यक हो गया है यदि समय रहते भाजपा ने जनमानस के सुरक्षा के मध्येनजर नेतृत्व परिवर्तन नहीं किया तो जनता उग्र प्रदर्शन को बाध्य होगी ये बाते युपी में आये दिन घटित दर्दनाक घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाज सेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामाजी ने कहीं उन्होनें कहा कि जिस तरह कमलेश तिवारी की सुरक्षा में कटौती की गई घटना के दिन शेष सुरक्षाकर्मी भी नदारद रहे व पूर्व में उन्हे न केवल जान से मारने की उन्हें धमकी दी गई अपितु उन्होनें खुद अपनी जान को खतरा बताया था योगी सरकार को नैतिकता के आधार पर पदत्याग देना चाहिए
Bait ! चंद्रमणि पांडे उर्फ सुदामा