सूत्रों ने बताया कि उत्तर रेलवे के सतर्कता विभाग की तरफ से शिकायत दी गई थी, इसमें कहा गया था कि 18 मई 2016 को लुधियाना की कंपनी के एंड के इंटरप्राइजिज को 52 लाख 60 हजार रुपये का टेंडर जारी किया गया था, लेकिन कंपनी ने एसीएसआर कंडेक्टर की सप्लाई सितम्बर 2016 तक नहीं की।सूत्रों का कहना है कि जांच में यह भी पाया गया कि दो जनवरी 2017 में सात लाख 92 हजार 530 रुपये जबकि साइट पर एक लाख 15 हजार 560 रुपये का काम किया गया। मगर ठेकेदार ने प्रोजेक्ट साइट पर कंडेक्टर नहीं लगाया।
इसके अलावा 369 एलईडी लगाने के ठेके कंपनी को दिये गए और साइट पर 259 एलईडी लगाए गए। इसी तरह आठ लाख 58 हजार रुपये का सामान सप्लाई नहीं किया गया और फर्जी भुगतान किए गए।