दरअसल, ममता ने सोमवार को कूचबिहार में एक कार्यक्रम में इशारों ही इशारों में ओवैसी पर निशाना साधते हुए लोगों से हैदराबाद से आने वाले अल्पसंख्यक अतिवादियों की बातों में नहीं आने के लिए कहा था. ममता ने कहा कि अल्पसंख्यकों के बीच कुछ अतिवादी मौजूद हैं. वे हैदराबाद से आते हैं. उनकी बातों में न आएं. उन पर भरोसा न करें.
ममता के इस बयान पर पलटवार करते हुए ओवैसी ने कहा कि यह कहना धार्मिक अतिवाद नहीं है कि बंगाल के मुसलमान विकास के मामले में किसी भी अल्पसंख्यक के मुकाबले बदतर हालत में हैं. इसके बाद एक समाचार चैनल से बातचीत में ओवैसी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो के संदेश का मतलब है कि एआईएमआईएम राज्य में एक बड़ी ताकत बन गयी है.