– 3 ब्लाकों के 2817 बच्चे ड्राप आउट बच्चों के टीकाकरण के लिए निकलीं टीमें
– चार चरणों में 467 आशा कार्यकर्ता लगी लक्ष्य को पूरा करने के लिए निकली
संतकबीरनगर
नियमित टीकाकरण के कार्यक्रम मिशन इन्द्रधनुष – 2 अभियान सोमवार को जिले के तीन ब्लाकों में शुरु हो गया। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ ए के सिन्हा और डॉ अनिल चौधरी ने हरी झण्डी दिखाकर इस अभियान की शुरुआत की। जिले के 3 ब्लाकों के 2817 ड्राप आउट बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए 467 आशा कार्यकर्ताओं ने पहले चरण के कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है।
बीआरसी मेंहदावल पर जागरुकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुए जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ ए के सिन्हा ने कहा कि बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लिए चलाए जाने वाले अभियान मिशन इन्द्रधनुष- 2 को चार चरणों में चलाया जाएगा। प्रथम चरण की शुरुआत हो गई है और जिले के सेमरियांवा, सांथा में भी इसी के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। जिले का हर बच्चा और महिला प्रतिरक्षित होनी चाहिए, सभी लोग बच्चों को पूरी तरह से प्रतिरक्षित कराने की दिशा में काम करें। सभी बच्चे और महिलाएं चिन्हित हो गई हैं, इनको प्रतिरक्षित करने में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बाद दूसरा चरण 6 जनवरी 2020, तीसरा चरण 3 फरवरी 2020, और चौथा चरण 2 मार्च 2020 को सम्पन्न होगा। उन्होने बताया कि चार चरण में चलने वाले मिशन इंद्र धनुष अभियान के लिए प्रत्येक ब्लॉक में लक्ष्य निर्धारित कर लिए गए हैं। अभियान से जुड़े एएनएम, एलएचवी, सुपरवाइजर एवं आशा को लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान ने बताया कि जिले के 3 ब्लाकों में बीसीपीएम, डब्लूएचओ, यूनिसेफ व बीसीसीएम के सहयोग से अभियान की शुरुआत हो गई है । इसमें सभी जीवनरक्षक 7 टीकाकरण से छूटे तीन, पांच, 12, 18 माह के बच्चों कुल 2817 बच्चों को चिन्हित कर लिया गया है, साथ ही 381 महिलाओं को भी चिन्हित किया गया है। इसके लिए सेमरियांवा के 28 उपकेन्द्र, सांथा के 18 उपकेन्द्र, मेंहदावल के 21 उपकेन्द्रों, कुल मिलाकर 67 उपकेन्द्रों के 117 एएनएम की सेवा ली जा रही है। इनकी निगरानी के लिए 22 पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। वहीं यूनिसेफ तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोल्ड चेन मेण्टेन करने की अपील की है। अभियान के दौरान जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ मुबारक अली भी मौजूद रहे।