बरगदवां कला संतकबीरनगर – सत्कर्म की कोई तुलना नहीं है यह क्रिया मानव जीवन की पराकाष्ठा है । इसी से मानवीय जिन्दगी की पहचान होती है । कम्पनी निदेशक अब्दुल्ला खान द्वारा समाज हित में जो सत्कर्म किए जा रहे हैं उसे किन्ही शब्दो की डोर में बांधना बेनामी होगा , श्री अब्दुल्ला खान सत्कर्म के प्रति मूर्ति है ।
उक्त बातें जनपद के जिला विकास अधिकारी रहे कर्त्तव्य निष्ठ अधिकारी राजित राम मिश्र ने कही ग्राम पंचायत बरगदवां कला में स्थित रिलेक्सो डोमस्वेयर कम्पनी द्वारा स्थापित लायब्रेरी का दर्शन करने के दौरान कही ।
श्री मिश्र ने दीप प्रज्जवलित कर लायब्रेरी में शोभायमान गीता , रामायण , वेद , कुरआन , बाइबिल आदि सद्गग्रंथो को शीश झुका कर प्रणाम किया । कम्पनी निदेशक से औपचारिक मुलाकात के दौरान उन्होने कहा, अब्दुल्ला खान गंगा–जमुनी तहजीब की एक अलग पहचान हैं । तदुपरांत ग्रीन सिटी के तर्ज पर रिलेक्सो डोमस्वेयर कम्पनी द्वारा कराये जा रहे ग्राम पंचायत बरगदवां कला के विकास कार्यो को देखा ।
इस दौरान आर्थिक रूप से मजबूत बनाने वाली व्यवसायिक खेती को भी देखा गया जहां कृषक श्याम लाल ने बताया कि साहब ! जबसे कम्पनी के सहयोग से केले की खेती लगाया हूं तबसे हमारी जिन्दगी में बदलाव आ रहा है अब हम खाली नहीं बैठते हैं अब हमारी माली हालत भी खराब नहीं है । केले के पौधो के बीच क्यारी की जमीन से अन्य उपज कर लाभ उठा रहा हूं ।
तदुपरांत श्री मिश्र ने कम्पनी का भ्रमण किया , इस दौरान कम्पनी के उत्पादो को देखा और कर्मचारियों से मिलकर उनका हाल चाल जाना । उनके कर्त्तव्य परायणता देख भूरि – भूरि प्रशंसा की और कहा कि असल जिन्दगी का मतलब कर्त्तव्य के प्रति वफादारी है । इसे किसी भी दशा में छोड़ना नहीं चाहिए कर्त्तव्य है तो जीवन है ।
इस दौरान कम्पनी मैनेजर फारुख , डां रेहान , रामवृक्ष आदि उपस्थित रहे ।