- 22 की नेत्र जांच, 21 ज्वर रोगी सामने आए, 26 की बनी मलेरिया स्लाइड
संतकबीरनगर । जिले में रविवार को मुख्यमन्त्री आरोग्य मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान 910 लोगों का इलाज हुआ, जबकि एक रोगी को मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया गया। वहीं 22 लोगों की नेत्र जांच, 21 रोगियों की ज्वर जांच करने के साथ ही 26 रोगियों की मलेरिया स्लाइड भी बनाई गयी। मलेरिया स्लाइड बनाए गए रोगियों में से एक भी धनात्मक रोगी सामने नहीं आए।
रविवार को आयोजित हुए मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने किया। उन्होने कहा कि हम सभी लोगों को स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही घातक होगी। इसलिए मेरी अपील है कि कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए लोग मेले में आएं और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्रविजय विश्वकर्मा ने बताया कि शासन के निर्देश पर जिले के 22 स्वास्थ्य इकाइयों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया गया । मेला कराने का उद्देश्य स्पष्ट है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हो। हमारा प्रयास है कि इस मेले से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जा रही है। मेले में मास्क और सेनिटाइजर की भी व्यवस्था है। सभी लोग सहयोगात्मक व्यवहार करें। इससे जांच, उपचार और दवाओं आदि की सुविधा आसानी से मिल सकेगी।
मेला में मिलीं सुविधाएं
मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श, पूर्ण टीकाकरण एवं परिवार नियोजन संबंधी साधनों एवं परामर्श की व्यवस्था रही। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जांच एवं उपचार की नि:शुल्क सेवाएं दी गई। पीएचसी पर जो जांचें नहीं हो पाईं उन मरीजों को जांच के लिए सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
इन बीमारियों के इतने मरीज आए
जिले की 22 स्वास्थ्य इकाइयों पर कुल 910 रोगी आए। इनमें 384 पुरुष, 441 महिला व 121 बच्चे शामिल रहे। इनमें लीवर के 24, सांस के 87, उदर के 42, मधुमेह के 36, त्वचा के 186, टीबी के संभावित 2, एनीमिया के 22, गर्भवती महिलाओं के 25, उच्च रक्तचाप के 28 रोगी सामने आए। वहीं अन्य रोगों के 458 रोगियों का इलाज किया गया। कोविड हेल्प डेस्क पर 766 लोग जानकारी लेने पहुंचे। इनमें से 186 की कोविड आरटीपीसीआर जांच भी की गयी।