अयोध्या ।
अयोध्या प्रकरण में फैसला आने के बाद पहले जुमे पर शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पूरे जिले में पुलिस फोर्स का पहरा रहा। प्रमुख मस्जिदों के आसपास पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान मस्जिदों में हुई तकरीर पर खुफिया एजेंसियों की नजर रही। शहर में पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स की निगरानी अब 15 से बढ़ाकर 18 नवंबर कर दी गई है।
अयोध्या प्रकरण के मद्देनजर मेरठ में पुलिस, पीएसी और पैरा मिलिट्री फोर्स 30 अक्तूबर से लगी हुई है। पूरे जिले को 11 जोन और 31 सेक्टर में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था लगाई है। नौ नवंबर को अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया। फैसले के बाद डीजीपी ने 15 नवंबर तक फोर्स की सभी स्थानों पर उपलब्धता रखने का आदेश दिया। अब इस तारीख को बढ़ाकर 18 नवंबर कर दिया गया है। कोतवाली सीओ दिनेश शुक्ला ने इसकी पुष्टि की है। सीओ ने कहा, हो सकता है कि सभी प्वाइंट्स पर फोर्स 18 नवंबर के बाद भी ऐसे ही तैनात रहे।
अयोध्या फैसले के बाद पहले जुमे पर संवेदनशील स्थानों पर सीओ व मजिस्ट्रेट तैनात रहे। शहर के सबसे संवेदनशील कोतवाली सर्किल की कमान सिटी मजिस्ट्रेट संजय पांडेय और सीओ दिनेश शुक्ला ने संभाली। वह कोतवाली क्षेत्र के 28 संवेदनशील स्थानों का दौरा कर माहौल भांपते रहे। शहर की प्रमुख जामा मस्जिद सहित इमलियान मस्जिद, टाल वाली मस्जिद गोलाकुआं, जन्नतुल फिरदौस मस्जिद लिसाड़ी गेट, मदीना मस्जिद लिसाड़ी गेट, बाले मियां मजार, दरबार वाली मस्जिद, चूने वाली मस्जिद छीपीटैंक, सोतीगंज मस्जिद के आसपास पुलिस फोर्स तैनात रहा। यहां जुमे की नमाज सकुशल संपन्न हुई।
मोहब्बत का पैगाम देते रहेंगे : शहर काजी
कोतवाली स्थित जामा मस्जिद में तकरीर करते हुए शहर काजी प्रो. जैनुस साजिद्दीन सिद्दीकी ने कहा, हमने वायदा किया था कि अदालत-ए-आलिया के फैसले का स्वागत करेंगे। हमें हर कीमत पर अमन कायम करना है। हम हिन्दुस्तान में रहने वाले सभी लोगों को मोहब्बत का पैगाम देते रहेंगे।