भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसने के बजाय, प्रधान की पीठ थपथपाते नज़र आ रहे हैं ब्लाक के अधिकारी:-ग्रामीणों का आरोप
धनघटा-सन्त कबीर नगर।
धनघटा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत मड़हाराजा में बीते दिनों मनरेगा मजदूरी हड़पने की शिकायत ग्रामीणों ने जनसुनवाई पोर्टल पर तो भ्रष्टाचार की पोल खोलने और भ्रष्ट ग्राम प्रधान के खिलाफ विधिक कार्यवाही के लिए किया था।
लेकिन जांच रिपोर्ट में ग्राम प्रधान को ईमानदारी का तमग़ा देते हुए खण्ड विकास अधिकारी नाथनगर ने सच्चाई को ठोकर मारते हुए भ्रष्टाचार की नींव को जड़वत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
जांच में इन्होंने लिखा है कि मनरेगा के सम्बन्ध में की गई शिकायत निराधार और झूठी है।
सभी शिकायत में नामजद लोगों का जाब कार्ड बना हुआ है,सबने काम किया है।
खण्ड विकास अधिकारी की आख्या से स्पष्ट है कि जाब कार्ड बन जाना ही मनरेगा मजदूरी प्राप्त करने के लिए पर्याप्त है,काम करना कोई मायने नहीं रखता है।
जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज शिकायत का निस्तारण तो झूठी आख्या लगाकर निस्तारित करा दी गई है।
जिसमें इस बात का उल्लेख किया गया है कि रोजगार सेवक और ग्राम पंचायत ने अपने लिखित बयान में स्पष्ट किया है कि उक्त लोगों ने काम किया है।
जब इस रिपोर्ट के सम्बन्ध में सेक्रेटरी योगेन्द्र कुमार गौड़ के मोबाइल नंबर 9794280303 पर बात की गई तो उन्होंने सच्चाई से अवगत कराया कि मेरे द्वारा इस सम्बन्ध में कोई भी लिखित बयान किसी को भी नहीं दिया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि मेरी फर्जी हस्ताक्षर ग्राम प्रधान बनाया होगा, लेकिन मैंने कहीं किसी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
जांच आख्या से इस सच्चाई का भी पता चलता है कि प्रधान पति को छोड़कर अन्य लोग मनरेगा मजदूर हैं।
भले ही काम न करें, लेकिन जाब कार्ड तो है।
उक्त आख्या से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रधान अपनी मर्जी के अनुसार मनरेगा मजदूरी की रकम को अपने चहेते और घर परिवार के लोगों को रेवड़ी की तरह बांटता रहेगा।
क्योंकि उक्त आख्या से प्रतीत होता है कि विभागीय अधिकारियों से इन्हें विशेष अधिकार मिला हुआ है।
लग्जरी गाड़ियों में सफर करने वाला व्यक्ति और पर्दा नशीन ख्वातीन किस प्रकार मनरेगा मजदूरी में भाग लिए हैं,समझ से परे है।
ग्रामीणों ने जांच अधिकारियों से मांग किया है कि मनरेगा मजदूर,हुमा,सन्जीदा,नसीम,अब्दुस्समद,मजीबुल्लाह,हकीकुल्लाह ,मुबीना, मुहीब,जैनब,हकीकुल्लाह,कैसर पत्नी मेराज द्वारा मनरेगा के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों सहित प्रमाणित फोटो उपलब्ध कराते हुए जांच आख्या की पुष्टि करें।
ब्लाक अधिकारियों द्वारा आख्या रिपोर्ट के माध्यम से ग्राम प्रधान को क्लीन चिट देते हुए शासन की मंशा पर गहरी चोट की गई है।
अरशद अली की रिपोर्ट
Comments
Post a Comment