मीटिंग में इंदौर SSP की इस राय पर उखड़ गए सीएम, पूछा- क्या आप कोई गलत काम कर रहे हो.


दिल्ली/भोपाल : प्रदेश में माफियाओं पर एक्शन को लेकर सीएम कमलनाथ सख्त हैं। इंदौर से इसकी शुरुआत हुई है तो इंदौर पर सरकार की विशेष नजर भी है। संगठित माफियाओं पर कार्रवाई में लापरवाही बरतने के आरोप में एडीजी स्तर के अधिकारी पर गाज गिर चुकी है। सीएम सभी जिलों के एसपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ गुरुवार को बैठक कर रहे थे। मीटिंग में इंदौर एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा ने सीएम के सामने ऐसी राय रखी कि वह उखड़ गए।


दरअसल, अखबार की आड़ में लोगों को ब्लैकमेल करने वाले जीतू सोनी का सम्राज्य प्रशासन ने सीएम के निर्देश के बाद ध्वस्त कर दिया है। उसके बाद सीएम जीतू सोनी जैसे और संगठित माफियाओं को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सीएम पुलिस अधिकारियों से इस बात को लेकर खफा थे कि जीतू सोनी जैसे लोगों ने प्रदेश में हर शहर में अपना सम्राज्य खड़ा कर लिया और पुलिस ने अब तक ऐसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं की। सीएम ने कई नामों का जिक्र भी किया। सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट भी तैयार करने को कहा।


*इंदौर एसएसपी की राय*
सीएम अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। इस बीच इंदौर एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा ने माफिया पर कार्रवाई से पहले मुख्यमंत्री को संभाग के राजनेताओं से सहमति बनाने का सुझाव दे डाला। इस पर कमलनाथ नाराज हो गए। उन्होंने एसएसपी से पूछा कि क्या आप कोई गलत काम कर रहे हो? इस पर वह बोली कि नहीं। फिर सीएम ने पूछा क्या माफिया पर कार्रवाई होनी चाहिए। मिश्रा बोलीं होनी चाहिए। उसके बाद सीएम ने कहा कि फिर यह क्या बात हुई।


*मैं कह रहा हूं...*
उसके बाद सीएम कमलनाथ ने कहा कि कार्रवाई करो तो और किससे जाकर आपको सहमति लेना है। माफिया, बस माफिया होता है। कोई भी माफिया हो, उसे बाहर निकालकर कार्रवाई करो। सभी को सीएम ने कहा कि आप यहां से जाने के बाद सीधे मैदान में एक्शन में दिखें। पूरी ब्यूरोक्रेसी और पुलिस को माफिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए फ्री-हैंड देने देने के बाद सीएम बोले कि इंदौर में जीतू सोनी की शिकायतों को देखकर मैं सन्न रह गया। इतने सालों से वह लोगों को कैसे ब्लैकमेल कर रहा था। फिर भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई। मुझे ही निर्देश देने पड़े।


*एडीजी पर हुई कार्रवाई*
इंदौर के एडीजी और पलसिया थाने के टीआई पर पहले ही कार्रवाई हो चुके हैं। दोनों ने जीतू सोनी पर कार्रवाई में लापरवाही बरती थी। इससे सीएम बेहद नाराज थे। सीएम की नाराजगी के बाद टॉप और बॉटम लेवल के अधिकारियों पर कार्रवाई की। सीएम ने मीटिंग के बाद यह साफ किया कि माफियाओं पर कार्रवाई के लिए पुलिस को फ्री हैंड दे दिया है।


Balram Gangwani


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