भू माफिया पर चला प्रशासन का डंडा


बस्ती। बस्ती जिले में आए दिन कुछ ऐसी, खबरें देखने और सुनने को मिलती हैं, जिस पर यकीन नहीं होता, कि प्रदेश के इतने बड़े सूबे में ये चल क्या रहा है. आखिर लोग अपनी मनमानी क्यों चलाने में लगे हैं…? एक कॉलेज का प्रबंधक भला ऐसे कैसे कर सकता है, इतनी बड़ी मनमानी कि, सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा किया जाए…।दरअसल ये पूरा मामला प्रदेश का सबसे बड़ा सूबा बस्ती के कप्तानगंज ब्लॉक में पिकौरा सानी गाँव का है. जहां पर फोरलेन से महज 100 मीटर की दूरी पर ही संत कबीर इंटर कॉलेज के प्रबंधक ने अपनी मनमानी करते हुए करीब करोड़ों की सरकारी जमीन अवैध रूप से हथियाकर उसके चारों तरफ बाउंड्री करवी दी. इसके बाद प्रबंधक साहब ने बंजर जमीन को ऐसे ही नहीं छोड़ा, उन्होंने उस पर अन्दर शौचालय, खेल का मैदान, नल, आदि भी बनवा दिया. ये सब प्रंसिपल साहब ने अकेले नहीं बल्कि कुछ सरकारी मुलाज़िमों की मिलीभगत स्कूल के नाम पर जमीन को अवैध तरीके से घेर रखा था.छानबीन में ये जानकारी भी खुलकर सामने आई कि जमीन को हथियाने के लिए ग्राम प्रधान रामचन्द्र और उनका भतीजा दीपक, दोनों ने ही मिलकर लगभग 164 एअर सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए हुए थे. इसके बाद इस बात की शिकायत गांव के ही रहने वाले मो. यासीन और शंकर नाथ ने आईजीआरएस के माध्यम से मुख्यमंत्री पोर्टल समेत कई अधिकारियों से किया था.


इसके बाद शनिवार के दिन इस अवैध कब्जे को हटाने के लिए जब पूरे लाव-लश्कर के साथ जॉइंट मजिस्ट्रेट गांव पहुंचे, तो हर कोई हैरान रह गया, लोगों में कानों-कान बातें होने लगी कि आखिर मामला क्या है…? तभी अचानक सरकारी जमीन पर हुए अवैध निर्माण को गिराने के लिए जेबीसी मशीन को काम में लगाया गया, लेकिन तभी मौके पर ही स्कूल प्रबंधक और जॉइंट मजिस्ट्रेट के बीच कहासुनी होने लगी. इसके बाद अपने साफ और सही शब्दों के साथ प्रबंधक को समझाते हुए प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि हमें अपना काम करने दें, अन्यथा हमें मजबूरन आप सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी पड़ेगी.
 इसके बाद जब इस मामले में जॉइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा से बात की गई तो, उन्होंने इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताया, और कहा कि हमें आईजीआरएस के माध्यम से इसकी शिकायत मिली थी. इसके साथ ही यह आरोप लगाया गया था कि ग्राम प्रधान के मिली भगत से स्कूल प्रबंधन द्वारा अवैध रूप से बंजर भूमि को बाउंड्रीवाल बना कब्जा किया गया था. इसके बाद हमारे द्वारा विद्यालय प्रबंधन को नोटिस जारी कर इसका जवाब मांगा गया था, लेकिन इनकी तरफ से हमें कोई जवाब नहीं  मिला. जिसके बाद हमने इसकी जाँच कराई और यहां पर जो अवैध निर्माण किया गया था उसको गिराया गया है


Comments

Popular posts from this blog

मीडिया में बड़े बदलाव की जरूरत ?:- डॉ अजय कुमार मिश्रा

सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी एवं विकासपरक योजनाओं पर आधारित, तीन दिवसीय प्रदर्शनी का सीडीओ ने किया समापन

डीएम की अध्यक्षता में किसान दिवस : श्री अन्न की खेती के लिए दिया गया जोर