पहली बार Live होगी यूपी बोर्ड परीक्षा 2020, जानिए इसमे और क्या होगा ख़ास


उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा इस बार जिले और राज्य स्तर पर स्थापित पर्यवेक्षण कक्ष (मानीटरिंग सेल) से लाइव देखी जाएगी। सभी परीक्षा केंद्रों को इससे जोड़ा जा रहा है। बोर्ड परीक्षा 18 फरवरी से शुरू होगी। 
 
गत सत्रों में बोर्ड परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की नजर में कराई जा रही थीं, लेकिन इनको जिले स्तर पर लाइव देखने की व्यवस्था नहीं थी। रिकार्डिंग मंगाकर देखा जाता था। परीक्षा केंद्रों से पूरी रिकार्डिंग नहीं भेजी जाती थी। 


अब पर्यवेक्षण कक्ष में तैनात स्टाफ परीक्षा के दौरान किसी भी केंद्र को देख सकेगा। 10 से अधिक कंप्यूटर परीक्षा केंद्रों पर नजर रखने के लिए जीआईसी में स्थापित पर्यवेक्षण कक्ष में लगाए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारी को इसका प्रभारी बनाया जाएगा। 20 जनवरी को जिले में स्थापित पर्यवेक्षण कक्ष को राज्य स्तर से जोडे़ जाने के लिए परीक्षण किया जा रहा है।
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परीक्षा केंद्र कम बनाए गए हैं
यूपी बोर्ड परीक्षा नकल विहीन कराए जाने के लिए चालू सत्र में परीक्षा केंद्रों की संख्या कम रखी गई है। आगरा जिले में वर्ष 2019 की परीक्षा के लिए 184 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। वर्ष 2020 की परीक्षा के लिए महज 158 केंद्र बनाए गए हैं। 


जिले में 1,20,606 विद्यार्थी यूपी बोर्ड की परीक्षा देंगे। इसमें 63334 हाईस्कूल और 57272 विद्यार्थी इंटर के हैं। पिछले सत्र की अपेक्षा चालू सत्र में करीब 6000 परीक्षार्थी भी कम हुए हैं। 


बोर्ड परीक्षा कठिन नहीं, बस महत्वपूर्ण


मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ मुकेश अग्रवाल ने कहा कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को पूर्ण आत्मविश्वास और मेहनत के साथ बोर्ड परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। बोर्ड परीक्षा कोई कठिन परीक्षा नहीं है, यह बस एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। 


उन्होंने कहा कि अभिभावकों को इस समय घर में बच्चे को तैयारी के लिए अच्छा माहौल देना चाहिए। कोई ऐसी गतिविधि न करें, जिससे बच्चे का ध्यान बंटे। बच्चों पर टॉप करने आदि का दबाव नहीं बनाना चाहिए। 



प्रश्नपत्र को पढ़ने में हड़बड़ी न करें
आरबीएस इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ यतेंद्र पाल सिंह ने कहा कि परीक्षार्थियों को इस समय पाठ्यक्रमों को दोहराने पर जोर देना चाहिए। परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र को जल्दबाजी में न पढ़ें। 


हड़बड़ी में प्रश्नों को पढ़ने पर याद उत्तर भी भूल जाता है। प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए पंद्रह मिनट अलग से दिया जाता है। परीक्षार्थियों को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि वह परीक्षा केंद्र पर समय से उपस्थिति दर्ज कराएं।


साभार अमर उजाला


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