राष्ट्रीय लोक अदालत में 25,463 मामलों का हुआ निस्तारण, करोड़ों रुपये का प्रतिकर वसूला गया


(Report-& Editing By Mohd Sayeed Pathan)

संतकबीरनगर। शनिवार, 13 सितम्बर 2025 को जनपद न्यायाधीश एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष माननीय मोहन लाल विश्वकर्मा और नोडल अधिकारी कृष्ण कुमार-पंचम के नेतृत्व में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 25,463 मामलों का निस्तारण किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

इस लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों एवं विभागों द्वारा आपसी सुलह और समझौते के माध्यम से निस्तारण कराया गया, जिसमें बड़ी संख्या में वादकारी लाभान्वित हुए।



प्रमुख उपलब्धियां

  • 36225000/- रुपये का मोटर दुर्घटना प्रतिकर दिलाया गया।

  • 153250/- रुपये का अर्थदण्ड वसूला गया।

  • 10097023/- रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी हुआ।

  • बैंक एवं फाइनेंस कम्पनियों द्वारा 37846317/- रुपये की ऋण वसूली की गई।

  • न्यायालयों में 2767 मामले एवं प्रशासनिक विभागों में 21970 मामले निस्तारित किए गए।

अलग-अलग न्यायालयों की कार्यवाही

  • परिवार न्यायालय (न्यायाधीश नासिर अहमद) में 13 पारिवारिक मामले निस्तारित।

  • मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण (अजय कुमार त्रिपाठी-द्वितीय) में 63 मामलों में 36225000/- रुपये का प्रतिकर

  • अपर जिला जज-प्रथम (रमेश दूबे) की कोर्ट में 155 मामलों में 3000/- रुपये अर्थदण्ड

  • एससी-एसटी कोर्ट (भूपेन्द्र राय) में 12 मामलों में 500/- रुपये अर्थदण्ड

  • सिविल जज (सीडी) संजय राज पाण्डेय की कोर्ट में 351 मामले, जिनमें 7248156/- रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी हुआ।

  • सिविल जज (सीडी, फास्टट्रैक) सुनील कुमार सिंह की कोर्ट में 520 मामलों में 2848867/- रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र और 6900000/- रुपये का सेटलमेंट

  • जूडिशियल मजिस्ट्रेट मिमोह यादव की कोर्ट में 401 मामले, जिनमें 109700/- रुपये अर्थदण्ड

  • न्यायिक मजिस्ट्रेट भारती तयाल की कोर्ट में 378 मामले, जिनमें 14875/- रुपये अर्थदण्ड और 50000/- रुपये का सेटलमेंट

  • किशोर न्याय बोर्ड (अशोक कुमार कसौधन) में 6 मामले, जिनमें 600/- रुपये अर्थदण्ड

  • ग्राम न्यायालय मेहदावल (चन्दन सिंह) में 340 मामले, जिनमें 7200/- रुपये अर्थदण्ड

  • स्थायी लोक अदालत में 1 मामला आपसी सुलह से निस्तारित।




इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं अपर जिला जज देवेन्द्र नाथ गोस्वामी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राकेश बिहारी शुक्ल, डीजीसी विशाल श्रीवास्तव, अधिवक्ता, बैंककर्मी, पराविधिक स्वयं सेवक और बड़ी संख्या में वादकारी उपस्थित रहे।

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