सेवा से सशक्तिकरण तक : सहारा_चैरिटेबल ट्रस्ट की अनूठी यात्रा में महिलाओं को मिला आत्मनिर्भर बनने का मौका


(रिपोर्ट- मोहम्मद सईद पठान)

संतकबीरनगर। समाज सेवा केवल शब्दों तक सीमित नहीं, बल्कि कर्म से जुड़ी होती है, इसी भावना को साकार करने के लिए #सहारा_चैरिटेबल_ट्रस्ट निरंतर कार्यरत है,  16 जुलाई 2020 को डॉ. अख़लाक अहमद द्वारा स्थापित इस ट्रस्ट ने चार वर्षों की अल्प अवधि में सेवा और सहयोग की मिसाल कायम की है। शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पर्यावरण, रोड सेफ्टी, #महिला_सशक्तिकरण और #राष्ट्रीय_एकता जैसे क्षेत्रों में ट्रस्ट की सक्रिय भागीदारी समाज में नई दिशा दिखा रही है।

कोरोना महामारी के दौरान जब पूरा देश संकट से जूझ रहा था, तब ट्रस्ट के सदस्य तन-मन-धन से ज़रूरतमंदों के साथ खड़े रहे। सैनिटाइजेशन, मास्क, ग्लव्स, इम्यूनिटी बूस्टर, खाद्य सामग्री और फल बाँटकर उन्होंने मानवता की मिसाल पेश की। इसके साथ ही अब तक 15,000 से अधिक वृक्षारोपण, 1100 हेलमेट का निशुल्क वितरण, निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर और सामाजिक जागरूकता अभियानों से यह ट्रस्ट आमजन को जीवन से जोड़ने वाले मुद्दों पर प्रेरित करता रहा है।

इसी कड़ी में 21 सितंबर 2025, रविवार दोपहर 12 बजे शिवाय होटल, खलीलाबाद में महिलाओं के लिए सिलाई मशीन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य महिलाओं को स्वरोज़गार और आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ावा देना था। 

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे डॉ. अख़लाक अहमद (संस्थापक, सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट) और विशिष्ट अतिथि रहीं मीरा गुप्ता (महिला अपराध नियंत्रण प्रमुख) तथा श्री परमहंस TSI उपस्थित रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता अर्चना श्रीवास्तव ने की, जबकि ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष विजय सैनी और जिला उपाध्यक्ष अमित कुमार यादव भी मौजूद रहे।

इस अवसर पर कुल 20 महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित की गईं, जिनमें प्रेमसुधा, राजकुमारी, कृति, प्रियंका, पूजा, शशि, प्रतिभा गौतम, मुस्कान, नरगिस, मोसीना खातून, चंद्रकला, आरोही, फातिमा, सीमा, रीना, सलमा खातून, हसीना खातून और आकृति श्रीवास्तव शामिल रहीं।

ट्रस्ट का मानना है कि महिला आत्मनिर्भरता ही वास्तविक सामाजिक प्रगति का आधार है। यही कारण है कि समय-समय पर #स्किल_डेवलपमेंट, प्रशिक्षण और सम्मान समारोहों के माध्यम से सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट समाज की हर परत को जोड़ने और उठाने का प्रयास करता रहा है।

डॉ अख़लाक अहमद ने कहा— “हमारा उद्देश्य किसी को केवल मदद देना नहीं, बल्कि उन्हें अपनी क्षमता पहचानकर आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाना है। आज जिन बहनों को सिलाई मशीन मिली है, कल वे स्वयं अपनी आजीविका चला सकेंगी और शायद किसी और को भी रोजगार देंगी।”

यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं की आर्थिक मजबूती की ओर एक कदम है, बल्कि समाज में आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को मजबूत करने वाला प्रयास भी है। #highlight #BreakingNews #BREAKING #mohammad_sayeed #Mohammad_Sayeed_Pathan

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