ड्रग्स के विरुद्ध प्रगति सेवा संस्थान की हुंकार: पौली में युवाओं ने लिए नशामुक्त समाज का संकल्प
(Report and Edit by- Mohammad Sayeed)
संतकबीरनगर । युवाओं के भविष्य को नशे के दलदल से बाहर निकालने और समाज को सुरक्षित व सशक्त बनाने के उद्देश्य से प्रगति सेवा संस्थान के तत्वावधान में तथा यूथ आइकन प्रदीप सिसोदिया के संयोजन में “ड्रग्स नशा मुक्त जन अभियान” का आयोजन पौली विकास खंड के पौली चौराहे पर किया गया। इस अभियान में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने भाग लेकर नशामुक्त जनपद बनाने का संकल्प लिया।
प्रदीप सिसोदिया का आह्वान
कार्यक्रम के आयोजक प्रदीप सिसोदिया ने अपने भावपूर्ण संबोधन में कहा कि नशा केवल व्यक्ति को नहीं बल्कि पूरे परिवार और समाज को खोखला कर रहा है। उन्होंने कहा –
“प्रत्येक बच्चा अपने पिता को हीरो मानता है, लेकिन जब पिता नशे की हालत में घर लौटता है तो परिवार तनाव और हिंसा का शिकार हो जाता है। यही माहौल बच्चों के भविष्य को अंधकार में ढकेल देता है।”
उन्होंने बताया कि नशे की वजह से घरेलू हिंसा, सड़क दुर्घटनाएं, चोरी, छिनैती और यहां तक कि देह व्यापार जैसी सामाजिक बुराइयों में वृद्धि हुई है। नशे की लत के कारण परिवार अपनी संपत्तियां गंवा रहे हैं, बच्चों की पढ़ाई अधूरी रह जाती है और बेटियों के विवाह तक प्रभावित हो रहे हैं।
समाज और धर्म का दृष्टिकोण
कार्यक्रम में वक्ताओं ने नशे के खिलाफ धार्मिक और सांस्कृतिक शिक्षाओं को भी रेखांकित किया।
👉,#हिंदू_धर्म में नशे को तामसिक और पाप कर्म बताया गया है, मनुस्मृति और ऋग्वेद में इसका कठोर निषेध है।
👉#इस्लाम_धर्म में कुरान की सुरह अल-माइदा (अध्याय 5, आयत 90) में शराब और जुए से दूर रहने का स्पष्ट आदेश है।
👉#सिख_धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने शराब और तंबाकू पर पूर्ण रोक लगाई।
👉#जैन_धर्म में नशे को महापाप माना गया है।
👉#बौद्ध_धर्म में पंचशील के पांचवें नियम में नशे को वर्जित बताया गया है।
👉#ईसाई और #यहूदी धर्म में भी नशे को हानिकारक और प्रतिबंधित माना गया है।
इन उदाहरणों के माध्यम से स्पष्ट किया गया कि नशा न केवल #शारीरिक और #मानसिक_स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह आध्यात्मिक प्रगति में भी बाधा है।
#प्रशासन और कानून पर सवाल
वक्ताओं ने यह भी चिंता व्यक्त की कि प्रशासन को अक्सर #नशा_कारोबार की पूरी जानकारी नहीं मिल पाती और वर्तमान कानूनों की कमजोरी के कारण आरोपी आसानी से छूट जाते हैं और पुनः धंधा शुरू कर देते हैं।
#सांस्कृतिक शिक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी
श्री सिसोदिया ने कहा कि आज की शिक्षा प्रणाली में नैतिक और चारित्रिक शिक्षा की कमी के कारण युवा #नशाखोरी और #भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें अपनी पुरानी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ना होगा, नशेड़ियों और अपराधियों का सामाजिक बहिष्कार करना होगा और मीडिया व #सोशल_मीडिया की ताकत का इस्तेमाल कर उनके नेटवर्क को तोड़ना होगा।
#सामूहिक संकल्प
कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने इस अभियान की सराहना की और आयोजक #प्रदीप_सिसोदिया को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, इस अभियान को निरंतर जारी रखा जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ी को नशामुक्त समाज मिल सके।
👉 यह कार्यक्रम केवल एक सभा नहीं, बल्कि समाज को नशामुक्त करने की दिशा में सामूहिक चेतना और जनजागरण का मजबूत संकल्प था। #highlight
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