नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण: बेलहरकला पुलिस की बड़ी कार्यवाही, दूसरा वांछित आरोपी भी गिरफ्तार
संतकबीरनगर । जिले में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत महिला एवं बाल सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए बेलहरकला थाना पुलिस ने नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के संवेदनशील प्रकरण में वांछित दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया। पुलिस की यह कार्यवाही न केवल अपराधियों के विरुद्ध क़ानूनी कठोरता का संदेश देती है, बल्कि पीड़ित परिवार के प्रति न्याय की उम्मीद भी सुदृढ़ करती है।
पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी मेंहदावल सर्वदवन सिंह के पर्यवेक्षण में थाना बेलहरकला पुलिस टीम ने वांछित आरोपी मोहम्मद शमीम पुत्र मोहम्मद मुस्तफा, निवासी ग्राम पसनारा थाना बेलहरकला को रमवापुर चौराहे के पास से गिरफ्तार किया। उसे विधिक कार्यवाही पूर्ण करते हुए माननीय न्यायालय रवाना किया गया।
घटना की पृष्ठभूमि
दिनांक 08.09.2025 को नाबालिग बालिका को बहला-फुसलाकर ले जाने व दुष्कर्म का गंभीर अपराध घटित हुआ था। पीड़िता की माता द्वारा दिनांक 10.09.2025 को थाना बेलहरकला पर प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा पंजीकृत कराया गया। पुलिस ने विवेचना के दौरान एकत्रित साक्ष्यों के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म एवं एससी/एसटी अधिनियम की गंभीर धाराओं की वृद्धि की गई।
पहले भी हुआ था एक गिरफ्तारी
इस प्रकरण में पूर्व में दिनांक 11.09.2025 को आरोपी अर्जुन लोधी पुत्र पूर्णमासी, निवासी घटरम्हा थाना बेलहरकला को भी गोइठहां-रमवापुर मोड़ के पास से गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा जा चुका है।
कानूनी धाराएँ
मामले में मु0अ0सं0 218/2025 में
धारा 87, 70, 351(2) बीएनएस एवं
3(2)(v) एससी/एसटी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की गई है।
इन धाराओं के अंतर्गत सख्त सज़ा का प्रावधान है।
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम
उ0नि0 नन्दा प्रसाद
हे0का0 ज्ञानेन्द्र जायसवाल
हे0का0 राजीव सिंह यादव
हमारा दृष्टिकोण
यह मामला न केवल महिला सुरक्षा, बल्कि ग्रामीण अंचल में नाबालिगाओं के विरुद्ध बढ़ रही जघन्य घटनाओं के प्रति समाज व कानून व्यवस्था की गंभीरता को रेखांकित करता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह संदेश भी गया है कि ऐसे अपराधों में लिप्त कोई भी व्यक्ति कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता।
मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत चल रहे सुरक्षा अभियान का यह उदाहरण बताता है कि अपराधियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई और पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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