मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड में पूर्व विधायक अनंत सिंह गिरफ्तार — रातभर गहमागहमी, प्रशासन ने कसी नकेल
पटना। मोकामा के बहुचर्चित दुलारचंद यादव हत्याकांड में आखिरकार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक और जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पटना पुलिस की विशेष टीम ने शनिवार देर रात बाढ़ के कारगिल मार्केट से उन्हें हिरासत में लिया। लंबे समय से उनके सरेंडर की चर्चा चल रही थी, पर इससे पहले ही एसएसपी कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में करीब 150 पुलिसकर्मियों की टीम ने घेराबंदी कर गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी कर ली।
गिरफ्तारी के वक्त अनंत सिंह बिना किसी प्रतिरोध के पुलिस के साथ हो लिए। वे पहले से ही तैयार बैठे थे। पुलिस के पहुंचते ही उन्होंने सफेद स्कॉर्पियो में बैठकर पुलिस टीम के साथ चलना स्वीकार कर लिया। इस दौरान न उनके समर्थकों ने कोई विरोध किया और न ही कोई नारेबाज़ी हुई।
🌙 रात की गिरफ्तारी का कारण — टकराव टालना था उद्देश्य
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद मोकामा का माहौल बेहद तनावपूर्ण था। प्रशासन को अंदेशा था कि दिन में गिरफ्तारी की कोशिश पर भारी हंगामा या झड़प हो सकती है। इसी वजह से पुलिस ने रात का समय चुना, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। बताया जा रहा है कि अनंत सिंह भी राजनीतिक दबाव और बढ़ती घेराबंदी को देखते हुए स्वयं सरेंडर के मूड में थे।
इस घटनाक्रम के तुरंत बाद प्रशासन ने राजद प्रत्याशी वीणा देवी, अनंत सिंह और जनसुराज प्रत्याशी प्रियदर्शी पियूष को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई है। वहीं, चुनाव आयोग के निर्देश पर भदौर और घोसवरी थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
⚖️ गंभीर आरोपों के बीच बढ़ा राजनीतिक दबाव
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद मृतक के पोते ने अनंत सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। इसके बाद जनसुराज प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी ने भी छह लोगों को नामजद किया। पुलिस ने स्वतंत्र जांच करते हुए एक तीसरी प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग की कड़ी निगरानी और बढ़ते राजनीतिक दबाव के कारण यह कार्रवाई तेज की गई। पुलिस ने देर रात अनंत सिंह को पटना ले जाकर जेल शिफ्ट कर दिया, और रविवार सुबह मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने की तैयारी है
🧾 आयोग की सख्ती — एसपी सहित 4 अफसरों का तबादला, 1 निलंबित
दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद निर्वाचन आयोग ने सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) सहित चार अधिकारियों का तत्काल तबादला कर दिया है। वहीं, एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। आयोग ने स्पष्ट कहा है कि चुनावी माहौल में कानून-व्यवस्था की कोई भी चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह निर्णय उस पृष्ठभूमि में लिया गया है जब मोकामा में हत्या की वारदात ने पूरे जिले को झकझोर दिया और चुनावी तनाव चरम पर पहुंच गया। विपक्ष लगातार सरकार और प्रशासन पर कार्रवाई में ढिलाई का आरोप लगा रहा था।
🔥 मोकामा में तनाव, लेकिन व्यवस्था चाक-चौबंद
गिरफ्तारी के बाद मोकामा में पुलिस ने अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी है। हर संवेदनशील इलाके में गश्त बढ़ाई गई है, ताकि किसी भी तरह की अफवाह या हिंसा को रोका जा सके। फिलहाल माहौल तनावपूर्ण जरूर है, लेकिन नियंत्रण में बताया जा रहा है।
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