जनपद का गौरव बनी आकृति श्रीवास्तव: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथों मिला स्वर्ण पदक
संतकबीरनगर। शिक्षा के क्षेत्र में मेहनत, निष्ठा और समर्पण का सुंदर उदाहरण पेश करते हुए जनपद की बेटी आकृति श्रीवास्तव ने सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में आयोजित भव्य दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक प्राप्त कर पूरे जिले का नाम रोशन किया। महामहीम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने स्वयं मंच पर आकृति को सम्मानित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
खलीलाबाद के बंजरिया पश्चिमी निवासी दिनेश चंद्र श्रीवास्तव की पुत्री आकृति श्रीवास्तव ने एच.आर.पी.जी. कॉलेज, खलीलाबाद से बी.एड. की पढ़ाई पूरी की है। बचपन से ही प्रतिभाशाली रही आकृति ने हर परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए शीर्ष स्थान प्राप्त किया। इस बार उन्होंने न केवल सिद्धार्थ विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक जीता, बल्कि राजा रतन सेन स्मृति स्वर्ण पदक और प्रोफेसर सुमित्रा देवी स्वर्ण पदक से भी नवाजी गईं — जो उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रमाण है।
दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि “ऐसी मेधावी छात्राएँ समाज और प्रदेश के लिए प्रेरणा हैं। शिक्षा के माध्यम से नारी सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त होता है और आकृति जैसी बेटियाँ इस परिवर्तन की सशक्त मिसाल हैं।”
आकृति श्रीवास्तव ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता, परिवार और विशेष रूप से अपने बड़े भाई जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) विशाल श्रीवास्तव को दिया। उन्होंने कहा कि “परिवार के समर्थन और शिक्षकों के मार्गदर्शन ने मुझे हर चुनौती का सामना करने का आत्मविश्वास दिया है। मेरा सपना है कि मैं शिक्षा के क्षेत्र में कुछ ऐसा करूं जिससे समाज को बेहतर दिशा मिले।”
जनपद के शिक्षाविदों और स्थानीय नागरिकों ने आकृति की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे संतकबीरनगर जिले के लिए गर्व का विषय है।
आकृति की यह सफलता एक प्रेरणास्रोत संदेश देती है कि समर्पण, परिश्रम और सकारात्मक सोच से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। उन्होंने यह साबित किया है कि छोटे शहरों की बेटियाँ भी बड़े सपने साकार करने की क्षमता रखती हैं।
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