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Showing posts from October, 2025

सरदार पटेल विद्यालय में यातायात नियमों और नारी सशक्तिकरण पर जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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(रिपोर्ट -मोहम्मद सईद पठान मान्यता प्राप्त पत्रकार) खलीलाबाद, संतकबीरनगर। सरदार पटेल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैरमपुर, खलीलाबाद में शुक्रवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों को यातायात जागरूकता अभियान और नारी सशक्तिकरण अभियान के अंतर्गत महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं। कार्यक्रम में वक्ताओं ने बच्चों को समझाया कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन न केवल उनके लिए बल्कि समाज के हर नागरिक के लिए आवश्यक है। बच्चों को हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने, सड़क पार करते समय सावधानी बरतने तथा मोबाइल फोन का प्रयोग न करने जैसी बारीकियों से अवगत कराया गया। साथ ही, नारी सशक्तिकरण अभियान के तहत छात्राओं और छात्रों दोनों को महिलाओं के अधिकार, शिक्षा का महत्व, आत्मनिर्भरता और सामाजिक समानता के बारे में विस्तार से बताया गया। वक्ताओं ने कहा कि लड़कियां समाज की रीढ़ हैं और उन्हें शिक्षा तथा आत्मरक्षा दोनों में सक्षम बनाना समय की आवश्यकता है। कार्यक्रम में यातायात प्रभारी परमहंस ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने हेलमेट और सीट...

लोकतंत्र रक्षक सेनानी परिषद की आवाज़ : “उपेक्षा बंद हो, मिले उचित अधिकार”

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लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान को लेकर परिषद ने सौंपा 10 सूत्रीय मांगपत्र (रिपोर्ट -मोहम्मद सईद पठान) संतकबीरनगर ।  कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित संगोष्ठी के दौरान लोकतंत्र रक्षक सेनानी एकता परिषद उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शिवकुमार गुप्ता ने महामहिम राष्ट्रपति तथा माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार को संबोधित 10 सूत्रीय मांगपत्र जिलाधिकारी संतकबीरनगर को सौंपा। मांगपत्र में कहा गया कि लोकतंत्र सेनानी अब जीवन के अंतिम पड़ाव पर हैं, लेकिन देश के कई प्रदेशों में उनकी उपेक्षा हो रही है। कुछ राज्यों की सरकारें उन्हें केवल अल्प सुविधाएँ देकर टालमटोल कर रही हैं। परिषद ने ऐसे सौतेलेपन के व्यवहार को तत्काल बंद करने और लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान तथा सुविधा हेतु ठोस नीति बनाने की मांग की। मुख्य मांगें इस प्रकार हैं: लोकतंत्र सेनानियों को फ्रीडम फाइटर घोषित किया जाए। चार प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित कर उनके पौत्र-पौत्रियों को नौकरी की गारंटी मिले। राष्ट्रपति एवं राज्यपालों द्वारा विधान परिषदों और विधानसभाओं में सेनानियों के प्रतिनिधि नामित किए जाएं। जिन सेनानियों की धर्मपत्नी नहीं है, उ...