रविवार को घर में रहकर अनुशासित नागरिक होने का परिचय दें
संतकबीरनगर ।
सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने देश की जनता से रविवार को जनता कर्फ्यू की अपील की है। इसका मूल मकसद कोरोना के वायरस के चक्र को तोड़ना है, ताकि इसके फैलाव को जल्द रोका जा सके। इस अपील का वैज्ञानिक आधार भी है।
जनता कर्फ्यू की अवधारणा को लेकर सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने आगे कहा कि जनता कर्फ्यू कोरोना वायरस को फैलने से रोकने का एक कारगर तरीका है। लोग एक दूसरे से नहीं मिलेंगे तो कोरोना को नए मानव कैरियर नहीं मिल पाएंगे। 14 घंटे के ब्रेक से संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकता है। जाहिर तौर पर जनता कर्फ्यू से संक्रमण का खतरा कम होगा। इसलिए प्रधानमंत्री की अपील को गंभीरता से लें और एक सभ्य व अनुशासित नागरिक होने का परिचय दें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरगोविन्द सिंह ने लोगों से अपील की है कि सभी जनता कर्फ्यू में अपना योगदान कर स्वास्थ्य विभाग की मदद करें। जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि लोग अपने घरों से न निकलें, जब लोग एक दूसरे मिलेंगे नहीं तो पूरा देश एक साथ आइसोलेट हो जाएगा और हम वायरस के संक्रमण पर पर काबू कर सकेंगे। सीएमओ ने कहा खांसी जुकाम होने का मतलब यह नहीं कि कोरोना के लक्षण हो गये। केवल उन्हीं लोगों को इसका खतरा हो सकता है जो विदेश से लौटे हैं या विदेश से आये लोगों के संपर्क में आये हैं।
सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों के नम्बर
डॉ वीपी पाण्डेय, प्रभारी सीएचसी खलीलाबाद – 9415283464
डॉ वी के सिंह, प्रभारी , सीएचसी हैसरबाजार – 9415847083
डॉ ए के चौधरी, प्रभारी, सीएचसी मेंहदावल – 9919455431
डॉ एस के सिंह, प्रभारी सीएचसी सांथा – 7081335513
डॉ जगदीश पटेल, प्रभारी सीएचसी सेमरियांवा- 9919704717
डॉ विमल द्विवेदी, प्रभारी सीएचसी नाथनगर – 9621323883
डॉ सियाराम यादव, प्रभारी पीएचसी बघौली – 9919696930
डॉ उमेश चन्द्रा , प्रभारी पीएचसी पौली – 8858038843
डॉ राजेश चौधरी, प्रभारी पीएचसी बेलहरकला- 9919254636
जिला कण्ट्रोल रुम का नम्बर
डॉ आलोक कुमार सिन्हा , प्रभारी कण्ट्रोल रुम – 9415173404
डॉ मुबारक अली , सह प्रभारी कण्ट्रोल रुम – 639203880
डॉ हरगोविन्द सिंह, सीएमओ – 800519219
डॉ मोहन झा, एसीएमओ – 9450438024
डॉ वाईपी सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक- 9452579595
कैसे फैलता है कोरोना का संक्रमण ?
कोरोना को लेकर बनाई गई रैपिड रिस्पांस टीम के प्रभारी डॉ ए के सिन्हा बताते हैं कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति जब खांसता या छींकता है तो उसके मुंह के लार की छीटें या तो पास खड़े व्यक्ति पर जा पड़ती है, या फिर आसपास की वस्तुओं की सतह पर चिपक जाती हैं। यहां तक के मेटल पर भी कोरोना संक्रमण का सर्वाइवल बना रहता है। ऐसे में संक्रमित वस्तुओं की सतह छूने से संक्रमण व्यक्ति के हाथ में चला जाता है। संक्रमित हाथ को नाक, मुंह या फिर आंख में लगाने से यह उस अगले व्यक्ति को संक्रमित करने में कामयाब हो जाता है। यह पूरी प्रक्रिया संक्रमित व्यक्ति के बोलने से भी हो सकती है, क्योंकि बोलते समय भी मुंह की लार की छीटें निकलने की आशंका बनी रहती है। चिकित्सकों का कहना है कि यह वायरस किसी व्यक्ति को कैरियर (वाहक) बनाए बिना केवल 12 से 14 घंटे तक ही जीवित रह सकता है। प्रधानमंत्री की अपील के पीछे मंशा बस यही है कि संक्रमण को 14 घंटे तक कैरियर न मिल पाए। तो हम प्रण लेते हैं कि प्रधानमंत्री की उम्मीद पर खरे उतरेंगे और कोरोना के खिलाफ जंग को अंजाम देकर ही दम लेंगे।