देश के नामचीन विश्वविद्यालयों के उप कुलपतियों समेत 150 शिक्षाविदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जेईई-नीट परीक्षा को समय पर आयोजित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं में और देरी से छात्रों के भविष्य से समझौता होगा।
पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में डीयू, इग्नू, लखनऊ, जेएनयू, बीएचयू, आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर और अन्य शिक्षाविद शामिल हैं। विदेश की लंदन, कैलीफोर्निया, हेब्रू और बेन गुरियन यूनिवर्सिटी ने भी तय समय पर परीक्षाओं का समर्थन किया है।
इग्नू नई दिल्ली के प्रोफेसर सीबी शर्मा, डीयू प्रोफेसर श्री प्रकाश सिंह के अलावा मोतिहारी की महात्मा गांधी सेंट्र्ल यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर संजीव शर्मा और गुजरात बीएओयू यूनिवर्सिटी के वीसी एमी उपाध्याय ने भी परीक्षाओं का समर्थन किया है। इनका कहना है कि हर साल लाखों छात्र 12वीं की कक्षा पास करने के बाद नए भविष्य की तैयारी करते हैं। सरकार ने तमाम सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए जेईई-नीट की परीक्षा कराने का निर्णय किया है, जो स्वागतयोग्य है।
सुप्रीम कोर्ट पहले ही परीक्षाओं को स्थगित करने की याचिका को रद्द कर चुका है, क्योंकि इससे छात्रों का एक महत्वपूर्ण साल बर्बाद होगा। युवाओं के भविष्य से कोई समझौता नहीं किया जा सकता, लेकिन कुछ लोग राजनीतिक एजेंडे के तहत और सरकार के विरोध के कारण छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। शिक्षाविदों ने उम्मीद जताई कि सरकार सुरक्षा मानकों के साथ परीक्षा के आयोजन में सफल रहेगी।