रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को बैंक अधिकारियों के साथ मुलाकात की और नीतिगत ब्याज दर में कटौती के बाद बैंकों के कर्जों पर में कमी में देरी के कारणों पर चर्चा की. सूत्रों के मुताबिक पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया.
बैठक में हिस्सा लेने वाले एक अधिकारी ने कहा, ‘गवर्नर ने हमसे कहा कि केंद्रीय बैंक की ओर से नीतिगत दरों में कटौती के बाद बैंकों ब्याज दर को कम किए जाने की जरूरत है ताकि ग्राहकों को इसका फायदा मिल सके.’ बैठक में शिरकत करने वाले एक अन्य अधिकारियों ने अधिक विवरण दिए बगैर कहा कि बैठक के दौरान मौद्रिक नीति को प्रभावी तरीके से लागू किये जाने पर चर्चा हुई.
गौरतलब है कि आरबीआई के नीतिगत दरों में कटौती के बावजूद बैंक उस लाभ को आम लोगों तक पहुंचाने में पीछे रहे हैं, वे इसके लिए बड़े पैमाने पर गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों के लंबित होने और अन्य कारकों का हवाला देते रहे हैं.