रईस अहमद की रिपोर्ट ।
बिजनौर । झालू। चेहलुम की मजलिस व मातमी जुलूस शांतिपूर्ण निकाला गया वहीं पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क था जुलूस में शिया समुदाय के लोगों ने कर्बला के शहीदों को याद कर बहाये आंसू ।
जानकारी के अनुसार शिया समुदाय के लोगों द्वरा चहलुम मजलिस व मातमी जुलूस झालू में आज शाम निकलना प्रारंभ हुआ जुलूस इमामबाड़ा कला से प्रारंभ होकर मेन मार्केट से होता हुआ हर वर्ष की तरह अपने स्थान से गुजरा और कर्बला पर जाकर समाप्त हो गया।
मौलाना मेहंदी हसन ने कुर्बानी के मकसद को बयान किया और कहा कि आज भी उस हुसैनी मकसद के पेश नजर अपनी जिंदगी बसरर करनी चाहिए यह बात कर्बला तक महदूद नहीं है। बल्कि कर्बला से निकाला यह पैगाम कयामत तक इंसानियत का अलमबरदार रहेगा। यानी यह इंसानियत का पैगाम कयामत तक लोगों के लिए है
अंजुमन सोदाये हुसैनी मेमन सादात महमूद असगर ने नोहा ख्वानी की एंव मर्सिया पड़ी। जिसमें कर्बला के वाक्य सुनकर लोगों की आंखें नम हो गई।
इस मौके पर इमामबाड़ा कला के मुतवल्ली नजाकत हुसैन, सदाकत हुसैन, सलीम आब्दी, असगर अली, अली अब्बास जैदी, फैशल जैदी, कैसर अली, यासिर आब्दी एडवोकेट, बाबर जैदी, मिसम जैदी, आरूज आदि मौजूद रहे।
वहीं दूसरी तरफ जुलूस में सुरक्षा की दृष्टि से झालू पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक संदीप पवार, कां० आशीष, जोगिंदर, सुनील मलिक, साहित पुलिस स्टाफ मौजूद रहा।