राजनीति का पुरोधा रहे भालचंद्र यादव के निधन से पूरा जनपद शोक में डूबा:-
धनघटा-सन्त कबीर नगर।
राजनीतिक अखाड़े का हर दांव जानने वाला, गरीबों मजलूमों, मजदूरों,मजबूरों की आवाज, कबीर नगर का चहेता लाल , संप्रदायिक ताकतों का डटकर मुकाबला करने वाला , अचानक बीते शुक्रवार को दोपहर ,वेदांता अस्पताल में अंतिम सांस लेते हुए दुनिया से हमेशा के लिए सबको छोड़कर चला गया।
शनिवार सुबह 10 बजे के करीब भालचंद्र यादव का पार्थिव शरीर महुली थाना क्षेत्र के भगता गांव में उनके घर लाया गया।
अन्तिम दर्शन करने के लिए सुबह से ही चाहने वाले बूढ़े, बच्चों, महिलाओं , ग़रीब-मजदूरों का एक बड़ा जनसैलाब उमड़ पड़ा।
उनके निधन पर हर किसी की आंखें नम दिखाई दी।
चंहुओर करूण क्रन्दन की आवाज सुनाई दे रही थी।
पूर्व सांसद भालचंद्र यादव के संघर्षों और सन्त कबीर नगर के लिए दिए गए अमूल्य योगदान को सोंचकर बरबस ही लोगों की आंखें भरभरा जाती थीं।
पूर्व सांसद भालचंद्र यादव को पक्ष और विपक्ष दलगत भावना से ऊपर उठकर श्रद्धांजलि देने जिले से लेकर प्रदेश के तमाम वरिष्ठ नेतागण मौजूद रहे।
सबने यही कहा निर्भीक और निडर होकर गरीबों की आवाज़ उठाने वाला रहनुमा आज हम सबके दरम्यान नहीं है,
लेकिन उनके द्वारा किए गए विकास के कार्यों को हमेशा याद किया जाता रहेगा।
बच्चे, बूढ़े,जवान सबमें अपनी अमिट छाप डाले हुए थे भालचंद्र यादव जी।
श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी, पूर्व सांसद लाल मणि प्रसाद, पूर्व विधायक दशरथ प्रसाद चौहान, पूर्व विधायक अलगू चौहान, पूर्व मंत्री जयप्रकाश यादव, प्रमुख दिगपाल पाल, डाक्टर सत्यपाल पाल ,केडी यादव, ख्याति प्राप्त उर्दू कवि असद महताब,जसवंत यादव, मुहम्मद हुसैन सिद्दीकी, मुहम्मद मुस्लिम खान, बुद्धि राम यादव आदि समेत क्षेत्र के हजारों लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।
पूर्व सांसद भालचंद्र यादव का अंतिम संस्कार बिड़हडर घाट पर कर किया जाना है।