बच्चों, गर्भवती महिलाओं के साथ ही हर आयुवर्ग के लिए महत्वपूर्ण है आयोडीन
– आयोडीन की कमी से बच्चों के मस्तिष्क का नहीं होता है प्रभावी विकास
– शरीर के तापमान को विनियमित करने के साथ ही विकास में भी है सहायक
संतकबीरनगर । आयोडीन बच्चों के साथ ही गर्भवती महिलाओं व हर आयुवर्ग के लोगों के लिए शारीरिक विकास का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह हमारे शरीर के तापमान को विनियमित करने के साथ ही भ्रूण के पोषण में भी सहायक होता है। इसलिए यह जरुरी है कि सभी लोग इसके प्रयोग को लेकर संवेदनशील रहें। इसकी कमी को पूरा करने में आयोडीन युक्त नमक का सेवन एक बेहतर विकल्प है।
जन्मजात असामान्यता, गूंगापन, बहरापन आदि की समस्याएं भी आयोडीन की ही कमी का परिणाम होती हैं। बच्चों को मानसिक बीमारियॉ मानसिक मन्दता, मस्तिष्क की क्षति के साथ ही संज्ञानात्मक विकास की गड़बड़ी भी पैदा करता है।
शरीर में आयोडीन को संतुलित बनाने का कार्य थाइरोक्सिन हार्मोंस करता है जो मनुष्य की अंतस्रावी ग्रंथि थायराइड ग्रंथि से स्रावित होता है. आयोडीन की कमी से मुख्य रुप से घेंघा रोग होता है। आयोडीन मुख्य रुप से दूध, अण्डा, समुद्री मछलियों, मांस, दाल, अनाज आदि में अंशत: पाया जाता है। संतकबीरनगर जनपद नेपाल के तराई क्षेत्र में आता है। तराई क्षेत्र में आयोडीन की कमी एक विशेष समस्या है। दूध अण्डे के साथ ही आयोडीनयुक्त नमक के जरिए इसकी कमी पूरी की जा सकती है।