बस्ती विद्युत उपकेन्द्र गाउखोर विद्युत उपकेन्द्र पर अगस्त माह से शटडाउन रजिस्टर भरा नही गया है। एसएसओ ने बताया कि फोन पर ही शटडाउन लेते है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन के आकस्मिक निरीक्षण में यह तथ्य निकलकर आया। इस स्थिति पर उन्होने नाराजगी व्यक्त करते हुए अधीक्षण अभियन्ता को फोन पर ही पूरे जिले में लिखित में शटडाउन लेने के नियम का अनुपालन कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण में उन्होने पाया कि विद्युत उपकेन्द्र की दीवार पर लिखित में शटडाउन लेने का संदेश प्रकाशित है।
उन्होने निरीक्षण में पाया कि ढाई साल से कृषि फीडर अलग नही किया गया है। बीटीएल कम्पनी इसका कार्य करा रही है। इसका दुषपरिणाम यह है कि ट्यूवबेल को भी 18 घण्टे की बिजली आपूर्ति की जा रही है, जबकि ट्यूवबेल को 10 घण्टे का विद्युत आपूर्ति का निर्देश दिया गया है।
इस उपकेन्द्र पर 15 लाइनमैन है, जिसमें से 13 संविदा के है। स्थायी लाइनमैन पल्टूराम तथा पंकज मिश्रा के बकायेदारेा की लिस्ट एवं कार्यवाही रजिस्टर देखा। दोनों ने भकदा गाॅव में जाकर 10 बिजली उपभोक्ताओं को बकाये के कारण कनेक्शन काटने के लिए नोटिस दिया है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया विद्युत कनेक्शन काटने के बाद तार लपेटकर उपभोक्ता को दे दे। बिना बिजली बिल जमा कराये कनेक्शन न जोड़ने का भी उन्होने निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण में पाया कि उपकेन्द्र पर आग बुझाने का यंत्र खराब है। आकाशीय बिजली गिरने को रोकने वाला यंत्र एलए सितम्बर से ही खराब है। एसएसओ विजय प्रकाश शुक्ल ने बताया कि बिजली कटौती का रोस्टर तय नही है। आज सुबह 05.00 बजे से 02 घण्टे बिजली कटी रही। अवर अभियन्ता 10 किलोवाट उपभोक्ता की संख्या नही बता पाये। बिजली घर में काफी गन्दगी पायी गयी।
उन्होने इन कमियों के संबंध में अधीक्षण अभियन्ता पीएन कटियार से फोन पर वार्ता कर स्थिति में सुधार करने का निर्देश दिया है।
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जिलाधिकारी ने एसएसओ को शट-डाउन रजिस्टर भरने का दिया निर्देश
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