संतकबीरनगर ।
जिले में बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए सम्पूर्णन कार्यक्रम का शुभारम्भ बुधवार को नगर पालिका परिषद खलीलाबाद के अध्यक्ष श्यामसुन्दर वर्मा ने बच्चों को विटामिन ‘ए’ के की खुराक पिलाकर कर किया। सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह के निर्देशन तथा जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान की अध्यक्षता में आयोजित यह कार्यक्रम आगामी 18 जनवरी तक चलेगा, जिसमें 2.13 लाख बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक दी जाएगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे नगर पालिका परिषद खलीलाबाद के अध्यक्ष श्यामसुन्दर वर्मा ने कहा कि जन जन को स्वास्थ्य सुविधाओं से आच्छादित करने के लिए सरकार पूरी तरह से संकल्पित है। बच्चों को विभिन्न बीमारियों से प्रतिरक्षित करने के लिए मिशन इन्द्रधनुष से लेकर आयुष्मान, संचारी रोग अभियान के साथ ही अन्य अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, इन जनोपयोगी योजनाओं का लाभ सभी को मिलना चाहिए। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ ए के सिन्हा ने कहा कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए सम्पूर्णन कार्यक्रम को आगामी 18 जनवरी तक पूरा करके शासन को रिपोर्ट भेज देनी है। जून 2019 में चले अभियान के दौरान कुल 93.83 प्रतिशत बच्चों को बिटामिन ए की खुराक दी गई थी। इस बार इस लक्ष्य को अधिक से अधिक पूरा करने में सभी कर्मी मनोयोग से जुटें। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान ने बताया कि विटामिन ए की खुराक जिले के 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को दी जाएगी। 9 माह से 5 साल तक के कुल 2.1 लाख बच्चे जनपद में हैं। इनमें से 9 माह से 12 माह तक के 12447 बच्चे हैं, इन्हें आधा चम्मच अर्थात एक मिली लीटर घोल दिया जाएगा। जबकि 1 से दो वर्ष के कुल 53519 बच्चे हैं, जिन्हें दो एमएल अर्थात एक चम्मच बिटामिन का घोल दिया जाएगा। वहीं 2 वर्ष से 5 वर्ष तक के कुल 1.47 लाख बच्चे हैं, जिन्हें एक पूरा चम्मच अर्थात 2 एमएल का घोल दिया जाएगा। कुल 2070 सत्र चलाए जाएंगे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक विनीत श्रीवास्तव, एपीडेमियोलाजिस्ट (महामारी रोग विशेषज्ञ) यूपीटीएसयू के कम्यूनिटी हेल्थ एक्सपर्ट करुणेश मिश्रा, बीपीएम अभय त्रिपाठी, बीसीपीएम महेन्द्र त्रिपाठी, लेखाकार मनीष मिश्रा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
विटामिन ए से होता है यह लाभ
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ आर पी राय ने बताया कि विटामिन ए से बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है, रतौंधी रोग से बचाव होता है, कुपोषण से बचाव होता है। मानसिक विकलांगता में कमी आती है। एक साल में दो बार विटामिन ए की खुराक लेने से सभी कारणों से होने वाली मृत्यु में 23 प्रतिशत कमी, खसरे के कारण होने वाली मृत्यु में 50 प्रतिशत कमी तथा अतिसार रोग के कारण होने वाली मृत्यु में 33 प्रतिशत की कमी आती है।