संतकबीरनगर ।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरगोविन्द सिंह ने कहा कि प्रदेश में एनीमिया की समस्या बच्चों, किशोरों, गर्भवती माताओं और हर आयु वर्ग के लोगों के बीच है। इसके चलते तमाम बीमारियां होती हैं, साथ ही साथ बच्चों का शारीरिक विकास रुक जाता है। प्रदेश में 50 प्रतिशत महिलाएं व बच्चे एनीमिया से ग्रसित हैं, यानी कि हर दूसरी महिला और बच्चे में खून की कमी पाई जाती है। इसलिए आवश्यक है कि हम सभी लोगों को जागरुक करें, तभी एनीमिया मुक्त भारत के सपने को साकार किय जा सकता है।
उक्त बातें उन्होने एनीमिया मुक्त भारत अभियान को लेकर आयोजित अन्तर्विभागीय संवेदीकरण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहीं। इस दौरान एनीमिया मुक्त भारत अभियान के नोडल अधिकारी डॉ मोहन झा ने कहा कि सभी विभागों के सहयोग से ही मुख्यमन्त्री की प्राथमिकता के इस कार्यक्रम को पूर्ण किया जा सकता है। सभी लोग इस कार्यक्रम में पूरे मनोयोग से हिस्सा लें तथा जन जन को इस अभियान से जोड़ें। इसकी रिपोर्टिंग भी नियत समय पर करें। इस दौरान कार्यक्रम के सहयोगी यूनीसेफ के प्रतिनिधि बेलाल अनवर ने कहा कि एनीमिया की रोकथाम के लिए निरन्तर कार्यक्रम चलाए जाते हैं। लेकिन सभी की बेहतर सहभागिता न होने से अपेक्षित परिणाम नहीं प्राप्त होते हैं। अभियान के दौरान शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों को आयरन सीरप आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से, 5 से 10 साल तक के बच्चों को आयरन की गुलाबी गोली स्कूलों के माध्यम से तथा 10 से 19 साल तक के किशोर किशोरियों को आयरन की नीली गोली बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा व आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के द्वारा दी जाती है। इस अवसर पर किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक दीनदयाल वर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम पूर्व से ही चल रहा है। यह इन्फारमेशनल, एजूकेशनल व कम्यूनिकेशनल अभियान है, जिसके तहत बैनर- पोस्टर, पम्पलेट, बुकलेट इत्यादि के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा। ताकि आयरन का उपभोग अधिक से अधिक लाभार्थियों को किया जा सके।
इस कार्यक्रम के दौरान डीआईओएस कार्यालय की तरफ से प्रभारी निशा यादव, बीईओ खलीलाबाद, सांथा , मेंहदावल, सीडीपीओ खलीलाबाद मालती वर्मा, हैसर बाजार माहेश्वरी, धर्म देवी पौली, शकीला सेमरियांवा, सरोज त्रिपाठी ,खलीलाबाद, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ ए के सिन्हा, इपीडेमियोलाजिस्ट डॉ मुबारक अली, एएमओ सुनील चौधरी, प्रभारी चिकित्साधिकारी नाथनगर डॉ विमल द्धिवेदी, बेलहर के डॉ राजेश चौधरी, सांथा के डॉ एस के सिंह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वेद प्रकाश यादव, बीपीएम, बीसीपीएम, यूपीटीएसयू के कम्यूनिटी हेल्थ एक्सपर्ट करुणेश मिश्रा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
क्या गतिविधियां होंगी आयोजित
- स्कूली बच्चों के द्वारा जागरुकता रैली निकाली जाएगी।
- चित्रकला व वाद विवाद प्रतियोगिताओं के जरिए जागरुक करेंगे।
- शिक्षक – अभिभावक सम्मेलन में जागरुक किया जाएगा।
- हर सोमवार को बच्चों को आयरन की गोलियां खिलाएं ।