Advertisement
राजनीतिराष्ट्रीय

शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट करवाए कमलनाथ सरकार-: सुप्रीम कोर्ट

 

  • कांग्रेस के बागी विधायकों को विधानसभा न आने की छूट भी मिली

मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से जारी सियासी संग्राम के बीच सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया है. यह फ्लोर टेस्ट मध्य प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार शाम 5 बजे तक कराया जाएगा.

Advertisement

सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि विधानसभा सत्र का एक मात्र एजेंडा फ्लोर टेस्ट करवाना होगा और फ्लोर टेस्ट का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एक ओर जहां बीजेपी नेताओं के बीच खुशी साफ दिखाई दे रही है, वहीं कांग्रेस खेमे में चिंता की लकीरें भी नजर आने लगी हैं.

कांग्रेस की चिंता का सबसे बड़ा कारण उसके बागी विधायक ही हैं. दरअसल, बागी विधायकों की संख्या 1 या दो नहीं बल्कि 22 है जिसमें से 6 के इस्तीफे मंजूर हो चुके हैं, जबकि बाकी 16 अभी भी बेंगलुरू में ही हैं.

Advertisement

इसके अलावा कांग्रेस की मुश्किल यह भी है कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ-साफ है कहा है कि बेंगलुरू में ठहरे बागी विधायक अगर आना चाहें तो उन्हें कर्नाटक और एमपी की पुलिस सुरक्षा दे, और नहीं आना चाहें तो उन पर सदन में मौजूद रहने का कोई दबाव नहीं है.

सीटों की गणित में पहले ही पिछड़ चुकी है कांग्रेस

Advertisement

मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं. इसमें दो सीटें फिलहाल रिक्त हैं. इसके अलावा 22 कांग्रेस विधायकों ने अपना इस्तीफा सौंप रखा है. इसमें से 6 लोगों का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष ने मंजूर कर लिया था और बाकी 16 विधायकों की विधानसभा में आने की बाध्यता सुप्रीम कोर्ट ने हटा दी है.

इस तरह फिलहाल विधानसभा में कुल मौजूदा विधायकों की संख्या सिमटकर हो जाती है 206, जिसके बाद किसी दल को बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 104 विधायकों का समर्थन चाहिए होगा. यही नंबर कांग्रेस के लिए चिंता का सबब बन रहा है.

Advertisement

फ्लोर टेस्ट पास करने से चूक सकती है कमलनाथ सरकार

दरअसल, कांग्रेस के पास फिलहाल 92 विधायक हैं. इसके अलावा उसे दो बीएसपी, एक सपा और 4 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी प्राप्त है. इस तरह मौजूदा हालात में कमलनाथ सरकार के पास सिर्फ और सिर्फ 99 विधायकों का समर्थन ही है. ऐसे में साफ है कि विश्वासमत से उनकी सरकार के पास 5 विधायक कम हैं. वहीं दूसरी ओर बीजेपी के पास कुल 107 विधायक हैं.

Advertisement

अब अगर मान लें कि बागी कांग्रेस विधायकों का रवैया वही रहता है और रातोंरात बीजेपी में कोई बड़ी फूट नहीं होती है तो कल सदन में कमलनाथ सरकार फ्लोर टेस्ट पास करने से चूक सकती है. यानी अगर इन्हीं हालातों में कल फ्लोर टेस्ट होता है तो एमपी में कमलनाथ सरकार गिर सकती है.

ऐसे ही बच सकती है एमपी में कांग्रेस की सत्ता

Advertisement

अब अगर कांग्रेस मध्य प्रदेश जैसे बड़े हिंदी भाषी राज्य में अपनी सत्ता बचाए रखना चाहती है तो उसे हॉर्स ट्रेडिंग पर उतरना पड़ेगा. उसे भी वही काम करना पड़ेगा जिसका आरोप वह बीजेपी पर लगाती आ रही है. कांग्रेस को बीजेपी विधायकों को तोड़ना होगा.

अगर फ्लोर टेस्ट के दौरान बीजेपी के कुछ विधायक मौजूद नहीं रहते हैं तो ही कमलनाथ का ताज बचा रह सकता है. लेकिन यह इतना आसान भी नहीं होगा क्योंकि कांग्रेस को बीजेपी के कई विधायक फोड़ने होंगे ताकि संख्याबल बराबरी पर आ सके.

Advertisement

अधीर रंजन चौधरी ने बोला मोदी सरकार पर हमला

मध्य प्रदेश के फ्लोर टेस्ट पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि बीजेपी कांग्रेस की सरकार को तोड़ना चाहती है. मोदी सरकार और बीजेपी को यह हजम नहीं हुआ. इसलिए सरकार को गिराने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. इसका नतीजा जो होगा हमारी सरकार रहे या नहीं रहे. लेकिन ये बात साबित हो गई कि चुनाव जीतने के बजाए ताकत और पैसे के बल पर हमारी सरकार गिराकर अपनी सरकार बनाना चाहते हैं. मोदी सरकार की नैतिकता का सबसे बड़ा उदाहरण है कि किस तरह की नैतिकता की बात करते हैं. सरकार बनाने के लिए पैसे और ताकत के सारे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.

Advertisement

Related posts

राष्ट्रपति की पत्नी “सविता कोविंद” कोरोना युद्ध के लिए, खुद सिल रहीं हैं मास्क

Sayeed Pathan

निर्भया गैंगरेप के तीन दोषियों ने तिहाड़ जेल प्रशासन को दिया ये जवाब

Sayeed Pathan

राजस्थान:आख़िरी कतार में पायलट को मिली सीट,कहा ये सरहद है जाबांज सिपाही की तरह सरकार को रखूंगा सुरक्षित

Sayeed Pathan

एक टिप्पणी छोड़ दो

error: Content is protected !!