नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने तब्लीगी जमात से जुड़े 1950 लोगों के नंबर दिल्ली पुलिस को दिए. इन सभी को 25 मार्च के लॉकडाउन के बाद निज़ामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यालय से निकाला गया था. दिल्ली सरकार ने पुलिस से कहा है कि इनके मोबाइल नंबर के हिसाब से ये पता लगाया जाए कि 25 मार्च से पहले ये किन किन इलाकों में घूमे और किन लोगों से मिले. उसकी जानकारी दिल्ली सरकार को उपलब्ध करवाई जाए. दिल्ली सरकार की ओर से CM अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ही घोषणा की थी कि जमात के लोग जिनसे भी मिले हैं, उन सभी को क्वारेंटाइन किया जाएगा और बड़े पैमाने पर टेस्टिंग भी होगी. इससे पहले भी दिल्ली सरकार ने 27302 (होम क्वारन्टीन) नंबर दिल्ली पुलिस को दिए थे, जिनकी जानकारी मांगी गई थी लेकिन अभी नहीं मिली है.
गौरतलब है कि निजमुद्दीनमरकज का मामला सामने आने के बाद देश में कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है. अब तक 4400 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और इनमें से एक करीब तिहाई मरकज से ही जुड़े हैं.
राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद निजामुद्दीन मरकज स्थित मुख्यालय में पिछले सप्ताह तबलीगी जमात के 2,300 से ज्यादा सदस्यों के रहने की बात सामने आने के बाद देशभर में इनकी पहचान करने की कवायद शुरू की गयी थी. निजामुद्दीन मरकज में पिछले महीने हुए धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से कम से कम 9,000 लोगों ने हिस्सा लिया था. श्रीवास्तव ने कहा कि केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उन सभी से कोविड-19 के मरीजों के इलाज में महत्वपूर्ण मेडिकल ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है, साथ ही इस दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखने और स्वच्छता पर भी ध्यान देने को कहा है.
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया था कि केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा निजामुद्दीन मरकज के कार्यक्रम में शामिल तबलीगी जमात के सदस्यों की पहचान करने के लिए चलाए गए ‘व्यापक अभियान’ के बाद जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए 25,500 से ज्यादा लोगों को देश के विभिन्न हिस्सों में पृथक वास में रखा गया है. गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से कहा था कि हरियाणा के पांच गांवों को सील कर दिया गया है और निवासियों को पृथक वास में रखा गया है क्योंकि तबलीगी जमात के ‘विदेशी सदस्य’ वहां ठहरे थे. उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के कुल 2,083 विदेशी सदस्यों में से 1,750 सदस्यों को अभी तक कालीसूची में डाला जा चुका है.
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