सफूरा जरगर जामिया मिल्लिया इस्लामिया की पीएचडी स्कॉलर हैं। सफूरा पर आरोप है कि दिल्ली दंगों में उनकी भूमिका है। जिसके चलते उन्हें बीती 10 अप्रैल को हिरासत में लिया गया है।
Edited By नितिन गौतम नई दिल्ली |
- सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने ट्वीट कर न्यायपालिका पर निशाना साधा है।
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्कंडेय काटजू केन्द्र सरकार पर कई बार निशाना साध चुके हैं। अब इस बार उन्होंने अपने एक ट्वीट में न्यायपालिका की भी आलोचना कर दी है। पूर्व जज ने अपने ट्वीट में लिखा कि “भारत में उल्टी गंगा बह रही है। इखलाक, पहलू खान, तबरेज अंसारी की लिंचिंग हुई, उनके ही रिश्तेदारों पर मुकदमे चल रहे हैं। निर्दोष लोग सफूरा जरगर, कफील खान और शरजील इमाम जेल में हैं, सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वाले कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर आजाद घूम रहे हैं। न्यायपालिका ने आँख मूँद ली है।”
बता दें कि सफूरा जरगर जामिया मिल्लिया इस्लामिया की पीएचडी स्कॉलर हैं। सफूरा पर आरोप है कि दिल्ली दंगों में उनकी भूमिका है। जिसके चलते उन्हें बीती 10 अप्रैल को हिरासत में लिया गया है। वहीं शरजील इमाम जेएनयू के पूर्व छात्र हैं और देश-विरोधी बयानबाजी के आरोप में उन्हें देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
जस्टिस मार्कंडेय काटजू मोदी सरकार के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं। इससे पहले लॉकडाउन, प्रवासी मजदूरों के पलायन के मुद्दे पर भी वह केन्द्र सरकार की आलोचना कर चुके हैं। शनिवार को उन्होंने सीमा पर चीन के साथ जारी तनाव को लेकर भी सरकार को घेरा था।
चीन को लेकर किए अपने ट्वीट में काटजू ने लिखा था कि “चीनी फौज ने लद्दाख की पूरी गलवान घाटी पर अवैध कब्जा कर लिया है मगर हमारी सरकार शुतुरमुर्ग की तरह आंख मूंदे बैठी है, या रोमन सम्राट नीरो जैसे सारंगी बजा रही है या मुंशी प्रेमचंद की कहानी शतरंज के खिलाड़ी के पात्र मीर और मिर्जा साहेब के जैसे खतरे से अनभिज्ञ खेल में मग्न है।”
हाल ही में जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने भारत सरकार द्वारा अमेरिका के आयोग USCIRF के शिष्टमंडल को वीजा देने से इंकार कर दिया गया था। सरकार के इस फैसले की भी पूर्व जज ने आलोचना की थी।
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Source jansatta