उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश शहरी दायरा और बढ़ाने जा रही है। करीब 32 बड़े गांवों को नगर पचायत का दर्जा दिया जाएगा। करीब 10 नगर पंचातयों का सीमा विस्तार किया जाएगा। धार्मिक नगरी अयोध्या के बाद चित्रकूट को नगर निगम बनाने की तैयारी है। करीब 10 नगर पालिका परिषदों की सीमा बढ़ाने पर काम चल रहा है। नगर विकास विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है और इसी माह कैबिनेट में रखे जाने की तैयारी है।
आपत्तियां व सुझाव मांगे गए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में बेहतर नागरिक सुविधाएं लोगों को देना चाहते हैं। प्रदेश के बड़े-बड़े गांवों की आबादी तो बढ़ गई है, लेकिन जरूरत के मुताबिक सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसलिए बड़ी ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत का दर्जा देकर उनमें विकास की तैयारी है। मुख्यमंत्री के निर्देश के आधार पर नगर विकास विभाग ने जिलों से इस संबंध में प्रस्ताव मांगा था। नगर पंचायत बनाने या फिर सीमा विस्तार पर लोगों से अब सुझाव व आपत्तियां मांगी जा रही हैं। यह सुझाव व आपत्तियां संबंधित जिलों के डीएम के यहां ली जा रही हैं। इनका निस्तारण करने के बाद इन प्रस्तावों को कैबिनेट मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
इन्हें मिलेगा नगर पंचायत का दर्जा
रामनेहीघाट बाराबंकी, जवां सिकंदरपुर, टप्पल, गभाना, बरौली सभी अलीगढ़, कैसरगंज बहराइच, रटौल बागपत, कंचौसी कानपुर देहात, असोथर फतेहपुर, ढकवा, रामगंज व कटना गुलाब सिंह प्रतापगढ़, चरवा कौशांबी, मऊ चित्रकूट, महमूदपुरमाफी मुरादाबाद, सूजाबाद वाराणसी, सैदनगली अमरोहा, राजेसुल्तानपुर, जहांगीरगंज अंबेडकरगर नगर और सतसडकला बलिया को नगर पंचायत का दर्जा दिया जाएगा। इसके साथ ही कुमारगंज व खिरौनी सुचित्तागंज अयोध्या, चौक महराजगंज, मुडेरवा, गणेशपुर, नगर बाजार व कप्तानगंज सभी बस्ती, उघैती बदायूं, कोटवा वाराणसी, कलान शाहजहांपुर, अचलगंज उन्नाव, दुबारी मऊ को नई नगर पंचायत बनाने की तैयारी है।
कैबिनेट मंजूरी के बाद यह होगी स्थिति
चित्रकूट के नगर निगम बनने के बाद प्रदेश में नगर निगमों की संख्या 18 हो जाएगी। इसके साथ ही 32 नई नगर पंचायतें बनने के बाद इनकी संख्या 522 हो जाएगी