उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) ने सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 1868 रुपये प्रति क्विंटल, जबकि ग्रेड ए धान का 1888 रुपये प्रति क्विंटल रखते हुए इस साल खरीद का कुल लक्ष्य 55 लाख मीट्रिक टन रखा है.
उत्तर प्रदेश (UP) में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर धान खरीद को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की देखरेख में तैयार हुई योजना असरदार साबित हुई है. इस योजना के चलते ही राज्य में अब तक 6.96 लाख किसानों से 37.29 लाख मीट्रिक टन धान (Rice) की खरीद हो चुकी है. राज्य में बीते साल 16 दिसंबर तक 3.16 लाख किसानों से धान खरीदा गया था. इस तरह बीते साल के मुकाबले अब तक दोगुने से अधिक किसानों से सरकार ने धान खरीद कर अपना ही रिकार्ड तोड़ दिया है. खरीद की प्रक्रिया अब भी जारी है. यही नहीं, योगी सरकार ने प्रदेश के धान किसानों को सबसे अधिक भुगतन का रिकार्ड भी बनाया है. राज्य सरकार ने पिछले चार साल में प्रदेश के धान किसानों (Farmers) को 31904 करोड़ रुपये का भुगतान किया है.
अफसर बोले-कोशिश है किसानों को लागत का दोगुना मिले
सीएम योगी के मीडिया प्रभारी ने कहा है कि राज्य में धान खरीद से जुड़े अफसरों के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ राज्य में किसानों को उनकी फसल की लागत से दोगुना दाम दिलाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके तहत ही प्रदेश सरकार ने सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 रुपए प्रति क्विंटल जबकि ग्रेड ए धान का 1888 रुपए प्रति क्विंटल रखते हुए इस वर्ष धान खरीद का कुल लक्ष्य 55 लाख मीट्रिक टन रखा है.
न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान खरीद के लिए प्रदेश में कुल 4150 क्रय केंद्र खोले गए हैं. कुल 12 एजेंसियां धान की खरीद कर रही हैं. अब तक 37.29 लाख मीट्रिक टन धान किसानों से खरीदा जा चुका है, जो धान खरीद का प्रति किसान औसत 53.60 कुंतल है.
कई ज़िलों में बीते साल के मुकाबले हो चुकी है 8 से 9 गुना खरीद
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य के कई जिलों में बीते वर्ष के मुकाबले आठ से नौ गुना अधिक धान की खरीद हुई है. ऐसे जिलों में वाराणसी का भी नाम शामिल है. वाराणसी में 2490 किसानों से 15.50 मीट्रिक टन धान खरीदा गया है, बीते वर्ष के मुकाबले यह खरीद 9.25 फीसद अधिक है. इसी प्रकार मुजफ्फरनगर में 11622 किसानों से 1.31 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया. इसके अलावा शामली सहारनपुर और रामपुर में भी धान की रिकार्ड खरीद हुई है. कहा जा रहा है कि राज्य में धान खरीद में इजाफा सरकार की सख्ती के चलते ही हुआ है.