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दिल्ली एन सी आरटॉप न्यूज़

अब चौबीस घंटे मिलेगा राशन, ऑटोमेटिक मशीने बाटेंगी अनाज

अब पीडीएस का राशन ऑटोमेटिक मशीनों से मिलेगा. सरकार ने अभी 5 राज्यों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया है. इन राज्यों में राशन वितरण में अच्छी सफलता मिलने के बाद अन्य राज्यों में इसे बढ़ाया जा सकता है.

राशन वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार और घपले को देखते हुए सरकार ऑटोमेटिक मशीनों से पीडीएस का काम आगे बढ़ाना चाहती है. सरकार अभी देश में 6 लाख राशन दुकानों के जरिये तकरीबन 84 करोड़ लोगों को राशन मुहैया कराती है. सरकार चाहती है कि राशन वितरण का काम पूरी तरह से संपर्क रहित या कांटेक्टलेस हो, इसके लिए सरकार ऑटोमेटिक ग्रेन डिस्पेंसर मशीन लगाने की तैयारी कर रही है.

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5 राज्यों में चल रहा है काम

अभी 5 राज्यों में इस मशीन से राशन वितरण के ट्रायल का काम चल रहा है. इन राज्यों में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और कर्नाटक में इसका ट्रायल किया जा रहा है. इन राज्यों में राशन वितरण के काम में बड़ी सफलता मिली है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार दिल्ली और गुजरात में भी ऑटोमेटिक मशीनों से पीडीएस का काम शुरू करने की योजना बना रही है.

लाइन में लगने की जरूरत नहीं

सरकार की तरफ से जगह-जगह राशन वितरण की मशीनें लगेंगी. इससे उपभोक्ता पूरी तरह से कांटेक्टलेस तरीके से अपना राशन प्राप्त कर सकेंगे. इसमें किसी दूसरे पक्ष की जरूरत भी नहीं होगी जिससे कि भ्रष्टाचार की संभावनाओं पर अंकुश लगेगा. उपभोक्ता 24 घंटे में किसी भी वक्त अपना राशन ले सकेगा. उसे राशन की लाइन में नहीं लगना पड़ेगा. इसके लिए उपभोक्ता को स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा जिसका बायोमेट्रिक सिस्टम से वेरीफिकेशन होगा. यह काम पूरी तरह से डिजिटल होगा जिसमें किसी कागजी कार्यवाही की जरूरत नहीं होगी.

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  • क्या है ‘वन नेशन वन राशन कार्ड

इस योजना के तहत देश के किसी हिस्से में लोग राशन पा सकेंगे. केंद्र सरकार ने ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ सिस्टम शुरू किया है. इसके अंतर्गत राशन वितरण के काम को पूरी तरह से डिजिटल बनाया जा रहा है. सरकार की कोशिश है कि राशन का फायदा स्थानीय नहीं हो. यानी कि जहां से राशन कार्ड बना है सिर्फ वहीं से राशन नहीं मिले बल्कि देश के किसी कोने से राशन प्राप्त किया जा सके. यह योजना प्रवासी लोगों के लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि उन्हें रोजगार के संबंध में दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ता है. राशन प्रणाली डिजिटल होने से वे कही भी और कभी भी अपने हिस्से का राशन ले सकेंगे.

  • पीओएस मशीनों से वितरण

इस योजना का लाभ लेने के लिए इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल ये युक्त राशन दुकानों पर अपना राशन कार्ड नंबर और आधार जुड़वाना होता है. ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ के बारे में खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि इसकी शुरुआत देश के चार राज्यों से हुई थी लेकिन अब इसे 32 राज्यों या केंद्रशासित प्रदेशों तक पहुंचा दिया गया है. इस योजना के अंतर्गत अभी तक 69 करोड़ लाभार्थी आ चुके हैं. धीरे-धीरे यह काम और भी बढ़ाया जाएगा.

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