बसपा सुप्रीमो मायावती ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को सीधे कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि यूपी के दुखद खीरी कांड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जांच व पीड़ितों के साथ न्याय और दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है।
उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा है कि इस घटना में अब तक आठ लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। न्यायिक जांच के बिना कार्रवाई संभव नहीं है। उन्होंने बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को घर में नजरबंद किए जाने की भी तीखी आलोचना की है।
उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद को उनके निवास पर जानबूझ कर नजरबंद किया है, जिससे उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकांड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। यह अति-दुखद व निंदनीय भी है।